आज समाज डिजिटल, अम्बाला:
Worship Of Mother Brahmacharini : नवरात्रि पर्व के माँ नवदुर्गा के दूसरे रूप को ब्रह्मचारिणी कहते हैं। नवरात्रि के दूसरे दिन इसी रूप की पूजा की जाती है। माता ब्रह्मचारिणी ब्रह्म यानि तपस्या का आचरण करने वाली हैं। इनका दूसरा नाम तपस्चारिणी भी है. 3 अप्रैल को ब्रह्मचारिणी मां की पूजा कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है, लेकिन किसी भी देवी-देवता की पूजा बिना आरती और मंत्र के अधूरी है।

Read Also : तुरंत प्रसन्न हो जाएंगी मां Mother Pleased Immediately

Read Also : कैसे करें मां दुर्गा की पूजा How To Worship Maa Durga

Worship Of Mother Brahmacharini : मां ब्रह्मचारिणी के मंत्र
1 – दधाना करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलु| देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा ||
वन्दे वांछित लाभायचन्द्रार्घकृतशेखराम्।
जपमालाकमण्डलु धराब्रह्मचारिणी शुभाम्॥
गौरवर्णा स्वाधिष्ठानस्थिता द्वितीय दुर्गा त्रिनेत्राम।
धवल परिधाना ब्रह्मरूपा पुष्पालंकार भूषिताम्॥
परम वंदना पल्लवराधरां कांत कपोला पीन।
पयोधराम् कमनीया लावणयं स्मेरमुखी निम्ननाभि नितम्बनीम्॥

Read Also : नवरात्र स्पेशल : खान-पान में रखें सावधानियां Take Precautions In Diet

Worship Of Mother Brahmacharini : या देवी सर्वभेतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

Worship Of Mother Brahmacharini : दधाना कर मद्माभ्याम अक्षमाला कमण्डलू।
देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा।।

Worship Of Mother Brahmacharini : ब्रह्मचारयितुम शीलम यस्या सा ब्रह्मचारिणी.
सच्चीदानन्द सुशीला च विश्वरूपा नमोस्तुते..

Worship Of Mother Brahmacharini : ऊँ ब्रां ब्रीं ब्रूं ब्रह्मचारिण्यै नम:

ब्रह्मचारिणी की आरती

जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता।
जय चतुरानन प्रिय सुख दाता।
ब्रह्मा जी के मन भाती हो।
ज्ञान सभी को सिखलाती हो।
ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा।
जिसको जपे सकल संसारा।
जय गायत्री वेद की माता।
जो मन निस दिन तुम्हें ध्याता।
कमी कोई रहने न पाए।
कोई भी दुख सहने न पाए।
उसकी विरति रहे ठिकाने।
जो तेरी महिमा को जाने।
रुद्राक्ष की माला ले कर।
जपे जो मंत्र श्रद्धा दे कर।
आलस छोड़ करे गुणगाना।
मां तुम उसको सुख पहुंचाना।
ब्रह्माचारिणी तेरो नाम।
पूर्ण करो सब मेरे काम।
भक्त तेरे चरणों का पुजारी।
रखना लाज मेरी महतारी।

Also: पूर्वजो की आत्मा की शांति के लिए फल्गू तीर्थ Falgu Tirtha For Peace Of Souls Of Ancestors

Read Also : हरिद्वार पर माता मनसा देवी के दर्शन न किए तो यात्रा अधूरी If You Dont see Mata Mansa Devi at Haridwar 

Connect With Us: Twitter Facebook