आज समाज डिजिटल, इस्लामाबाद, (Pervez Musharraf): पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ (सेवानिवृत्त) का लंबी बीमारी के बाद रविवार को निधन हो गया है। वह 79 साल के थे और दुबई के एक अमेरिकी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। पाकिस्तान चैनल जियो न्यूज ने राजनयिक सूत्रों के हवाले से परवेज मुशर्रफ के निधन की जानकारी दी।
11 अगस्त 1943 को दिल्ली में हुआ था जन्म
बता दें कि परवेज मुशर्रफ का जन्म 11 अगस्त 1943 को भारत की राजधानी दिल्ली में हुआ था। उन्हें 19 अप्रैल 1961 को पाकिस्तान सैन्य अकादमी काकुल से कमीशन मिला था। परवेज मुशर्रफ 1998 में जनरल बने। उन्होंने भारत के खिलाफ कारगिल जैसे युद्ध की साजिश रची, लेकिन भारत के बहादुर सैनिकों ने उनकी हर चाल पर पानी फेर दिया।
कारगिल पर कब्जा करने की कसम खाई थी
अपनी जीवनी ‘इन द लाइन आफ फायर – अ मेमॉयर’ में जनरल मुशर्रफ ने लिखा कि उन्होंने कारगिल पर कब्जा करने की कसम खाई थी, पर नवाज शरीफ की वजह से वह ऐसा नहीं कर पाए। उन्होंने 1965 के युद्ध में भी भारत के खिलाफ लड़ाई लड़ी। ये युद्ध पाकिस्तान हार गया। बावजूद इसके बहादुरी से लड़ने के लिए पाक सरकार की ओर से मुशर्रफ को मेडल दिया गया।
कई महीने से अस्पताल में भर्ती थे मुशर्रफ
परवेज मुशर्रफ पिछले कई माह से अस्पताल में भर्ती थे। जून 2022 में उनके परिवार ने ट्विटर पर कहा था कि वे अमाइलॉइडोसिस नामक बीमारी से जूझ रहे हैं, जिसके चलते उनके सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया है और अब रिकवरी की भी कोई गुंजाइश बाकी नहीं है। अमाइलॉइडोसिस में इंसान के शरीर में अमाइलॉइड नाम का असामान्य प्रोटीन बनने लगता है। यह दिल, किडनी, लिवर, नर्वस सिस्टम, दिमाग आदि अंगों में जमा होने लगता है, जिससे इन अंगों के टिशूज ठीक से काम नहीं कर पाते।
1971 की जंग में भी महत्वपूर्ण भूमिका रही
1971 के युद्ध में भी मुशर्रफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही। जिसे देखते हुए सरकार ने उन्हें कई बार प्रमोट किया। 1998 में परवेज मुशर्रफ जनरल बने। उन्होंने भारत के खिलाफ कारगिल की साजिश रची। लेकिन बुरी तरह से असफल रहे। अपनी जीवनी ‘इन द लाइन आॅफ फायर-अ मेमॉयर’ में जनरल मुशर्रफ ने लिखा कि उन्होंने कारगिल पर कब्जा करने की कसम खाई थी। लेकिन नवाज शरीफ की वजह से वो ऐसा नहीं कर पाए।
देशद्रोह के केस के बाद 2016 में चला था पाकिस्तान
तीन नवंबर 2007 की इमरजेंसी और फिर मार्शल लॉ की घोषणा के मामले में 2013 में परवेज मुशर्रफ पर देशद्रोह का केस चला था। इसके बाद पाकिस्तान की तत्कालीन नवाज शरीफ सरकार ने अप्रैल 2013 में उनकी अंतरराष्ट्रीय यात्राओं पर बैन लगा दिया था। हालांकि मुशर्रफ ने 18 मार्च 2016 की सुबह पाकिस्तान छोड़ दिया था। देश छोड़ने की वजह खराब सेहत बताई थी।
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