आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली,(Indian Army Roll In Turkiye-Syria): तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के कारण हुई भारी तबाही के बीच प्रभावितों की मदद में भारत सरकार एक बार फिर अहम भूमिका निभा रहा है और इसके लिए सरकार के साथ भारतीय सेना की पूरी दुनिया में प्रशंसा हो रही है। छह फरवरी को दोनों देशों में 7.8 की तीव्रता का भूकंप आया था और भारत सरकार ने अगले ही दिन से सेना के जरिये वहां प्रभावित देशों में राहत सामग्री भेजनी शुरू कर दी थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इसकी जानकारी दी थी।
मदद में जुटी है सेना की 60 पैराफील्ड अस्पताल की यूनिट
भूकंप के बाद से ही भारतीय सेना की 60 पैराफील्ड अस्पताल की यूनिट तुर्किये व सीरिया में भूकंप से बचे लोगों की नि:स्वार्थ सेवा करने में अहम भूमिका निभा रही है। भारत की यह मेडिकल यूनिट दोनों देशों में फंसे लोगों को लगातार मदद पहुंचा रही है। इसी वजह से इसकी दुनिया में सराहना की जा रही है और यह पहला मौका नहीं है। इससे पहले भी विभिन्न देशों में संकट के दौरान भारत सेवाएं दे चुका है।
कोरिया युद्ध में किया था 2,22,324 लोगों का इलाज
1950 से 1954 के बीच कोरिया युद्ध के समय में भी 60 पैराफील्ड अस्पताल की यूनिट ने वहां देवदूत बनकर काम कर आम नागरिकों समेत 2,22,324 लोगों का इलाज किया था। दरअसल, भारत ने कोरियाई युद्ध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का समर्थन किया था और इसके तहत ही भारतीय सेना की मेडिकल यूनिट 60 पैराफील्ड अस्पताल की वहां तैनाती की गई थी। लेफ्टिनेंट कर्नल एजी रंगराज ने इसकी कमान संभाली थी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दी थी जानकारी
एस जयशंकर ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा था कि इस्केंडरन, हटे और तुर्किये में सेना के फील्ड ने अस्पताल में मेडिकल, सर्जिकल व इमरजेंसी वार्ड, एक्स-रे लैब और मेडिकल स्टोर चलाने के साथ काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने ट्विटर पर इसकी तस्वीरें साझा करते हुए लिखा भी था कि तुर्किये के हटे में यह फील्ड अस्पताल भूकंप से प्रभावित लोगों का इलाज करेगा। उन्होंने कहा कि था कि चिकित्सा और महत्वपूर्ण देखभाल विशेषज्ञ और उपकरणों की हमारी टीम आपात स्थिति का इलाज करने की तैयारी में जुटी हुई है।
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