Fight Against Covid-19
आज समाज डिजिटल, सिडनी:
Fight Against Covid-19 पिछले करीब 22 महीने से विश्व कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है। वर्तमान में विश्व के अधिकत्तर देशों ने कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के अपने प्रयासों में सफलता हासिल कर ली है। इस संक्रमण के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार वैक्सीनेशन को बनाया गया। सभी प्रमुख देशों ने संक्रमण को रोकने के लिए वैक्सीन विकसित कीं।
भारत ने भी इस दिशा में सफलतापूर्वक कार्य किया और वैक्सीन विकसित की। अब भारत द्वारा विकसित की गई वैक्सीन कोवैक्सीन को विदेशों में भी मान्यता मिलनी शुरू हो गई है। आस्ट्रेलिया की सरकार ने अपने नागरिकों के लिए भारत में बनी कोवैक्सीन को हरी झंडी दे दी है।
Fight Against Covid-19 भारत बायोटेक ने बनाई कोवैक्सीन
भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का टीका लगवाने के बाद अब आस्ट्रेलिया जाने वाले यात्री बिना किसी परेशानी के आ जा सकेंगे। हालांकि आस्ट्रेलिया में फाइजर, सिनोवैक, मॉडर्ना, सिनोफार्म, जॉनसन एंड जॉनसन जैसी कंपनियों के कोरोना से बचाव के टीके लगाए जा रहे हैं। वहीं कोविशील्ड को आस्ट्रलियाई सरकार पहले ही मान्यता दे चुकी है।
आस्ट्रेलिया में भारत के उच्चायुक्त बैरी ओ फारेल ने बताया है कि यहां की सरकार ने भारत में निर्मित बायोटेक के कोरोना रोधी टीके को ग्रीन सिग्नल दे दिया है। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन से मंजूरी प्रक्रिया अभी चल रही है। जिसके लिए टीके को थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है।
Fight Against Covid-19 डब्ल्यूएचओ भी जल्द दे सकता है मान्यता
जानकारी के अनुसार डब्ल्यूएचओे की 26 अक्टूबर की बैठक में माना जा रहा था कि स्वदेशी टीके को मंजूरी मिल सकती है। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया था। ऐसे में अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ और जानकारियां सांझा करने के लिए कहा है।
अब 3 नवंबर को वैश्विक संस्था की मीटिंग होने वाली है। जिसमें बायोटेक के टीके कोवैक्सीन को मंजूरी मिलने के संकेत मिल रहे हैं। बता दें कि इसी साल 19 अप्रैल को ही भारत बायोटेक की ओर से वर्ल्ड हेल्थ आॅर्गनाइजेशन के सामने आवेदन किया गया था।