China and US Relations
आज समाज डिजिटल, वाशिंगटन:
China and US Relations लंबे समय से एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करने के बाद आखिर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी जिपनिंग के बीच वर्चुअल समिट शुरू हो गई है। ज्ञात रहे कि दोनों देशों के प्रमुख बार-बार एक दूसरे को टारगेट करते रहे हैं। फिर चाहे वह तालिबान का मसला हो या फिर ताइवान का दोनों एक दूसरे को हद में रहने की बात करते आए हैं। व्हाइट हाउस में लगे बड़े टीवी स्क्रीन पर बाइडेन ने से बात की।
चीनी राष्ट्रपति ने अमेरिकी राष्ट्रपति को MY Old Friend कहकर संबोधित किया (China and US Relations)
चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति को ‘माई ओल्ड फ्रेंड’ कहकर संबोधित करते हुए कहा कि प्रतिद्वंद्वियों को करीब से काम करना आवश्यक है। उन्होंने कहा, चीन व अमेरिका को वार्ता के साथ सहयोग बढ़ाने की भी जरूरत है। पांच साल के तीसरे कार्यकाल के लिए पार्टी का समर्थन प्राप्त कर चुके जिनपिंग चीन में माओ त्से तुंग के बाद सबसे बड़े नेता बनकर उभरे हैं। संसद उन्हें ताजिंदगी राष्ट्रपति बनाए रखने का प्रस्ताव भी पारित कर चुकी है।
जानिए समिट से पहले चीनी प्रवक्ता ने क्या कहा ( China and US Relations)
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता Zhao Lijian ने समिट से पहले कहा कि वार्ता में चीन रिश्तों को सही रास्ते पर लाने के लिए कहेगा। यह रास्ता स्थिर विकास का होना चाहिए। चीन और अमेरिका साथ आकर यह कार्य बेहतर तरीके से कर सकते हैं।
जानिए व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने क्या कहा (China and US Relations)
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने Jane Saki कहा कि दोनों नेता जिम्मेदारियों को निभाने पर बात करेंगे। सही तरीके की जिम्मेदारियां निभाने में दोनों देश मुकाबला करें जिससे दोनों देशों ही नहीं पूरी दुनिया का कल्याण हो। साकी ने कहा कि चीन को लेकर हमारी चिंताएं स्पष्ट हैं। हम मानवाधिकार, व्यापार, तकनीक मसलों और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की सैन्य आक्रामकता पर चर्चा करेंगे।
Also Read : Supreme Court में हुई सुनवाई के बाद 17 नवंबर तक रहेंगे स्कूल बंद