अमेरिका का सबसे मजबूत और अनुशासित दुश्मन चीन : निक्की हेली

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America strongest Enemy China

आज समाज डिजिटल, America strongest Enemy China : अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने का दावा करने वाली निक्की हेली ने चीन को अमेरिका का सबसे बड़ा दुश्मन माना है। निक्की हेली ने कहा कि अमेरिका के सामने अब तक का सबसे मजबूत और अनुशासित दुश्मन साम्यवादी चीन है। रिपब्लिकन पार्टी के शीर्ष वार्षिक कार्यक्रम ‘कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कांफ्रेंस’ में दिए प्रभावशाली भाषण में भारतीय मूल की अमेरिकी हेली ने सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी की आलोचना करते हुए उसे ‘‘समाजवादी” पार्टी बताया।

तीन-दिवसीय सम्मेलन के लिए देशभर से राष्ट्रीय राजधानी में जुटी जनता ने हेली के भाषण का स्वागत किया। अपने भाषण में हेली ने सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी, राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की आलोचना की। हेली के अपना भाषण समाप्त करने के बाद कार्यक्रम में मौजूद कुछ लोगों ने ‘ट्रंप, ट्रंप, ट्रंप’ के नारे लगाए।

Nikki Haley ने अपने भाषण में अमेरिका की विदेश नीति पर कहा कि अमेरिका को उन देशों को मदद नहीं देनी चाहिए जो उससे नफरत करते हैं। उन्होंने हाल में जासूसी गुब्बारे वाली घटना का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मैंने अपने जीवन में कभी नहीं सोचा था कि अमेरिकी नागरिक आसमान में देखेंगे और पाएंगे कि चीन का एक खुफिया गुब्बारा हम पर नजर रख रहा है। यह राष्ट्रीय शर्मिंदगी की बात थी।” हेली ने कहा, ‘‘कोई गलती मत करना : साम्यवादी चीन हमारे सामने सबसे मजबूत और अनुशासित दुश्मन है। हमें चीन को जवाबदेह ठहराने की आवश्यकता है।

कोविड से शुरू कीजिए और गिरोहों के बारे में बात करने से पहले हमें यह देखने की जरूरत है कि चीन वह देश है जो हमारी सीमा में फेंटानिल भेज रहा है।” हेली (51) ने 14 फरवरी को राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए मैदान में उतरने की घोषणा की थी।

उसके बाद से ही उन्होंने अपनी पार्टी तथा राष्ट्रीय जनता का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया है। प्राइमरी चुनाव के दौरान उनका मुकाबला पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होगा। हेली 2024 के राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में अभी तक इकलौती महिला दावेदार हैं। रिपब्लिकन पार्टी की नेता ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास नहीं होता कि (राष्ट्रपति) जो बाइडेन चीन को क्यों बगैर सजा छोड़ रहे हैं।

चीनी कंपनियों के पास अब अमेरिका की 3,80,000 एकड़ से अधिक की जमीन है, जो हमारे सैन्य अड्डों के लगभग बराबर हैं। हम क्या कर रहे हैं? हमें किसी दुश्मन को हमारे देश में जमीन खरीदने नहीं देना चाहिए। और हमें हर विश्वविद्यालय को यह बताने की जरूरत है – आप या तो चीन से या अमेरिका से पैसा ले सकते हैं, लेकिन दोनों से आपको पैसा नहीं मिलेगा।”

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