सूरज स्कूल बलाना में मनाया गया विश्व विज्ञान दिवस

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World Science Day celebrated at Suraj School Balana
World Science Day celebrated at Suraj School Balana

नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
आज हम वैज्ञानिक युग में अपना जीवन यापन कर रहे हैं। विज्ञान और विकास दोनो एक दूसरे के पूरक हैं। विकास के साथ जीवन बहुत बेहतर हैं। विज्ञान और विकास को समर्पित इस खूबसूरत दिन पर सूरज स्कूल बलाना में व्याख्यान एवं निबंध लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें कक्षा सात से बारहवीं तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया।

शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस

प्रत्येक वर्ष 10 नवम्बर को दुनिया के कई देशों में शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस मनाया जाता है। इसके तहत शांति एवं विकास कार्यों में विज्ञान के योगदान के बारे में बताया जाता है। उल्लेखनीय है कि इस दिवस को वर्ष 1999 में बुडापेस्ट में संयुक्त रूप से अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान परिषद और यूनेस्को द्वारा विज्ञान पर विश्व सम्मेलन के अनुसरण में मनाया गया। यूनेस्को द्वारा इस दिवस की स्थापना दुनिया भर में विज्ञान के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए की थी।

World Science Day celebrated at Suraj School Balana
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विज्ञान को शांति और विकास के लिए अनुप्रयोग किया जाए तो मानव जीवन के लिए उत्तम होगा – विजय यादव टूमना

संस्थान के चेयरमैन विजय यादव टूमना ने अपने संबोधन में बताया की विज्ञान को शांति और विकास के लिए अनुप्रयोग किया जाए तो मानव जीवन के लिए उत्तम होगा। आने वाला समय विज्ञान का ही रहेगा। विद्यार्थियों को समय के साथ चलना होगा और देश के विकास के लिए चुनौतियों को स्वीकार करना होगा। हम शिक्षा के सत्तर को उत्तम करने का हमेशा प्रयास करते हैं। उन्होंने विश्व विज्ञान दिवस के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कहा कि शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस, शांति एवं विकास कार्यों में विज्ञान के योगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन सभी विज्ञान संस्थानों, जैसे राष्ट्रीय एवं अन्य विज्ञान प्रयोगशालाएं, विज्ञान अकादमियों, स्कूल और कॉलेज तथा प्रशिक्षण संस्थानों में विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों से संबंधित प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं।

कार्यक्रमों से छात्रों में बढ़ती है विज्ञान के प्रति रुचि

स्कूल प्राचार्य डॉ. एस.एस. यादव ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ती है और वे इस विषय की तरफ आकर्षित होते हैं। उन्होंने कहा कि विज्ञान हमारे चारों तरफ मौजूद है। नित्य नए नए आविष्कार हो रहे हैं। जो बच्चे विज्ञान पढ़ने में रुचि लेते हैं उन्हें बाल वैज्ञानिक बनने का अवसर मिलता है। विज्ञान के प्रति बच्चों में उत्साह देखा जाता है। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य डॉ. एस.एस. यादव सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहें।

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