Aaj Samaj (आज समाज),World No. 1 Para-archer Sheetal Devi, पानीपत : भारत की राजधानी में आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में, विश्व नं. 1 पैरा-तीरंदाज शीतल देवी का इंडियन ऑयल परिवार में आधिकारिक तौर पर स्वागत किया गया, जिससे वह इंडियनऑयल खेल बिरादरी में शामिल होने वाली पहली पैरा-एथलीट बन गईं। इंडियन ऑयल के अध्यक्ष श्रीकांत माधव वैद्य ने पैरा-तीरंदाजी की दुनिया में उनके शानदार सफर का जश्न मनाते हुए शीतल देवी को कार्यकाल-आधारित अनुबंध-पत्र सौंपा। इस अवसर पर अमर ज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट की संस्थापक पद्मश्री डॉ. उमा तुली, पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार विजेता दीपा मलिक, इंडियन ऑयल के निदेशक मण्डल वी.सतीश कुमार, निदेशक (विपणन), शुक्ला मिस्त्री, निदेशक (रिफाइनरीज), सुजॉय चौधरी, निदेशक (पी एंड बीडी) अतिरिक्त प्रभार निदेशक (आरएंडडी और एचआर), एन. सेंथिल कुमार, निदेशक (पाइपलाइन) और वरिष्ठ इंडियन ऑयल अधिकारी भी उपस्थिति थे।
इंडियन ऑयल में शीतल का स्वागत करते हुए,वैद्य ने कहा, “इंडियनऑयल की देश में खेल प्रतिभाओं को पोषित करने की एक लंबी परंपरा है और इसने विभिन्न खेल क्षेत्रों में विश्व चैंपियनों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो खेलों के विकास और आकांक्षाओं के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। शीतल देवी भी इंडियन ऑयल की खेल प्रतिभाओं में एक और चमकता सितारा होंगी।” शीतल के साहस, दृढ़ता और विश्व की प्रथम भुजाहीन महिला तीरंदाज बनने की यात्रा की सराहना करते हुए, वैद्य ने उनके सपनों को साकार करने और देश के लिए और अधिक पुरस्कार जीतने में इंडियनऑयल के निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया।
इंडियन ऑयल परिवार में शामिल होने पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए, शीतल ने कहा, ” विकलांग व्यक्तियों के इस अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर, मुझे परिवार में शामिल करने और नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रोत्साहन देने के लिए मैं इंडियन ऑयल का आभारी हूं।” शीतल ने अपनी चुनौतियों, अपने माता-पिता और कोच के समर्थन और देश के लिए सम्मान जीतने के अपने दृढ़ संकल्प के बारे में भी बात की। “कड़ी मेहनत और लगन से सब कुछ संभव है। अगर मैं कर सकती हूं, तो हर कोई कर सकता है”, और अंतः में इन प्रेरणात्मक शब्दों के साथ आयोजन स्थल पर उपस्थित सभी का हौसला बढ़ाया।
शीतल देवी की कहानी अटल दृढ़ संकल्प और असाधारण उपलब्धि में से एक है। मात्र 16 साल की उम्र में, उन्होंने हाल ही में एशियाई पैरा खेलों में दो स्वर्ण पदक और एक रजत पदक हासिल करके पैरा खेलों के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में एक उभरते सितारे से लेकर विश्व नं. 1 पैरा तीरंदाज बनने तक का उनका सफर किसी प्रेरणा से कम नहीं है। सामाजिक रूप से जिम्मेदार कॉर्पोरेट होने के नाते, इंडियन ऑयल एथलीटों की भर्ती, उभरती प्रतिभाओं को खेल छात्रवृत्ति प्रदान करने और प्रमुख खेल आयोजनों को प्रायोजित करके खेलों को व्यापक रूप से बढ़ावा देता है। सीएसआर पहल के माध्यम से खेलों में दिए गए उत्कृष्ट योगदान को देखते हुए कॉर्पोरेशन के प्रयासों को प्रतिष्ठित “राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार” से सम्मानित किया गया था।
अपनी छात्रवृत्ति योजना के भाग के रूप में, इंडियन ऑयल 19 वर्ष से कम आयु की युवा प्रतिभाओं की पहचान करके उन्हें प्रोत्साहित करता है, तथा साथ ही यह सुनिश्चित करता है कि उन्हें भावी खेल सितारों के रूप में विकसित होने के लिए आवश्यक सुविधाएं और संसाधन हासिल हों। शीतल देवी का इंडियन ऑयल के खेल परिवार में शामिल होना असाधारण प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें तराशने की कॉर्पोरेशन की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
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