मनोज वर्मा, कैथल:
World Forest Day: आज राजकीय महविद्यालय की प्राचार्या प्रो. सुनीता अरोड़ा ने वनों के महत्व को बताते हुए महाविद्यालय प्रांगण में वृक्षारोपण कर विश्व वन दिवस मनाया। प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को विश्व वन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व वन दिवस की थीम वन, सतत् उत्पादन और खपत है।
उन्होंने इस अवसर पर वनों के उपयोग और मानव जीवन में वनों की उपयोगिता को बताते हुए कहा कि, विश्व में कोई भी जीव-जंतु ऑक्सीजन के बिना जीवन यापन नहीं कर सकता। मानव को भी जीवित रहने के लिए प्राण वायु की आवश्यकता है। इसलिए हमें अपनी आने वाली पीढियों को बचाने के लिए तथा उन्हें स्वस्थ जीवन प्रदान करने के लिए वृक्षारोपण करना चाहिए।
वृक्षारोपण से पेड़ों के प्रति लगाव की भावना प्रकट होती है : प्रो. सुनीता अरोड़ा
उन्होंने कहा कि, विकास की कसौटी पर वनों की उपयोगिता को दरकिनार नहीं किया जा सकता। इस अवसर पर कॉलेज प्राचार्या ने कहा कि, प्रत्येक व्यक्ति को हर वर्ष कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए और उसकी देख-रेख करनी चाहिए। इससे पेड़ों के प्रति लगाव की भावना भी प्रकट होती है। कार्यक्रम के संयोजक प्रो. विक्रम सिंह ने बताया कि, अधिक से अधिक फलदार वाले पेड़ों को लगाना चाहिए।
आदि काल में वनों से अनेक प्रकार की जड़ी-बुटियां जीवन को बचाने और स्वास्थ्य के लिए प्रयोग की जाती रही हंै। यदि आज के युग में इनका उपयोग और इन्हें बढावा दिया जाए तो अनेक प्रकार की ला-ईलाज बीमारियों से निजात दिलवाने में सहयोगी है। इस अवसर पर प्रो. विक्रम, प्रो. नवीन वर्मा, प्रो. अमित, नेहा अरोड़ा, अमित कुमार, कृष्ण कुमार, जसविन्द्र कुमार के साथ साथ सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
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