संजीव कौशिक, रोहतकः
मंगलवार को जहां पूरे विश्व में विश्व रक्तदान दिवस मनाया गया वही पीजीआइएमएस में भी लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करके इसे मनाया गया और रक्त दाताओं को सम्मानित किया गया । पृथ्वी पर रक्तदान से बड़ा कोई भी दान नहीं है क्योंकि रक्तदान करने वाला व्यक्ति ना तो उसके बदले में कुछ चाहता है और ना ही यह जानता है कि यह रक्त किसको चढेगा। हम सभी को हर तीन माह बाद रक्तदान करते रहना चाहिए। यह कहना है पीजीआईएमएस के ब्लड बैंक विभागाध्यक्ष डॉ गजेंद्र का। वें मंगलवार को ब्लड बैंक में आमजन को रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूक कर रहे थे।
रक्तदान से हम न केवल किसी को जीवन दान देते है बल्कि आत्मसंतुष्ट भी होते
इस अवसर पर रक्तदाताओं को संबोधित करते हुए डॉ. गजेंद्र ने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान से हम न केवल किसी को जीवन दान देते है बल्कि आत्मसंतुष्ट भी होते है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग जरूरतों के हिसाब से सम्पूर्ण रक्त को विभाजित करके प्रयोग में लाया जा सकता है जैसे प्लाजमा, प्लेटलैट, पैक्डसैल वाल्यूम आदि। आज के समय में किसी शरीर में रक्त चढ़ाने के आधुनिक एवं नवीनतम तकनीक द्वारा एक यूनिट रक्त का बहुतायत उपयोग सम्भव है। उन्होंने बताया कि आज ब्लड बैंक में लोगों को पंपलेट व पोस्टर के माध्यम से रक्तदान के प्रति जागरूक किया गया वह रक्त दाताओं को सम्मानित किया गया। डॉक्टर गजेंद्र ने कहा कि परिजनों से रक्त मागनें पर कई बार परिजन रक्तदान करवाने में असमर्थ होते हैं जिसके लिए हम स्वैच्छिक रक्तदान से ही रक्त की कमी को पूरा कर सकते है। उन्होंने कहा कि आज के समय में किसी शरीर में रक्त चढ़ाने के आधुनिक एवं नवीनतम तकनीक द्वारा एक यूनिट रक्त का बहुतायत उपयोग सम्भव है। डॉ गजेंद्र ने बताया कि आज के इस महत्वपूर्ण दिवस पर करीब 135 यूनिट से अधिक यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।
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