• पाइट में विकसित भारत और भारतीय जीवन मूल्यों पर वर्कशॉप
  • पूर्व कुलपति प्रो.राजेंद्र कुमार अनायत ने किया प्रेरित

Aaj Samaj (आज समाज),Workshop On India And Indian values ​​Of Life Developed At Piet, पानीपत :  मुरथल स्थित दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीक्रस्ट) के पूर्व कुलपति प्रो.राजेंद्र कुमार अनायत ने कहा कि हम जितना ज्‍यादा वक्‍त समस्या के समाधान में तलाशेंगे, समस्या उतनी ही बड़ी होती जाएगी। मिडिल ईस्‍ट हो या फिर कश्मीर का मसला। ये दो उदाहरण हैं, जहां हम देख सकते हैं कि समाधान की तरफ हम देरी से गए, इसकी वजह से वो बेहद बड़ी हो गई। इसी तरह जीवन में होता है। प्रो.अनायत यहां पाइट कॉलेज में विकसित भारत में भारतीय जीवन मूल्य एवं अमृत काल विमर्श- विकसित भारत विषय पर आयोजित वर्कशॉप में संबोधित कर रहे थे।

 

भारतीय मूल्यों को पीछे नहीं छोड़ना, अपने लक्ष्य पर आगे बढ़ते रहें

प्रो.अनायत ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि हम एक गिलास को अपने हाथ में आसानी से उठा सकते हैं। लेकिन यही गिलास आधे घंटे तक हाथ में रहे तो वो समस्या बन जाएगा। हमें शारीरिक रूप से भी नुकसान पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि हमें समस्या के समाधान के साथ ही लोगों को जोड़ने की कला भी आनी चाहिए। स्वामी विवेकानंद जब शिकागो सम्मेलन में गए तो उन्होंने अपने संबोधित की शुरुआत भाइयों एवं बहनों से की। सभी यह सुनकर हैरान रह गए। हमें अपने अंदर इसी तरह आत्‍मविश्‍वास बढ़ाना होगा। श्रेष्ठ ही नहीं, हमें भारत को सर्वश्रेष्ठ बनाना है। भारत को 2047 तक विकसित करना है। भारतीय मूल्यों को पीछे नहीं छोड़ना। अपने लक्ष्य पर आगे बढ़ते रहें। इस अवसर पर चेयरमैन हरिओम तायल, सचिव सुरेश तायल, वाइस चेयरमैन राकेश तायल, बोर्ड सदस्य शुभम तायल, निदेशक डॉ.जेएस सैनी, डॉ.बीके वर्मा, डॉ.शक्ति अरोड़ा, डॉ.रोहित गर्ग, डॉ.सुदर्शन धमीजा, अमित दुबे मौजूद रहे।

 

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