लुधियाना शहर की दाना मंडी में केंद्र सरकार के खिलाफ 39 दिन तक शाहीन बाग आंदोलन चलाने वाले जामा मस्जिद के कार्यकर्ता अब सभी वैचारिक मतभेद भुला कर शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी की अध्यक्षता में कोरोना वायरस संकट में इंसानियत को बचाने के लिए किए जा रहे संघर्ष में भी मोर्चा संभाल चुके हैं।
नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने बताया कि बीते एक सप्ताह से जरुरतमंद परिवारों में राशन बांटने के बाद अब जामा मस्जिद से राशन बांटने का दूसरा चरण शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि जामा मस्जिद का पहले चरण में 213 परिवारों तक एक महीने का राशन पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि हमारी यह कोशिश है कि रोज खाना बनाने के लिए इस्तेमाल में आने वाली सभी चीजें मजदूरों, रिक्शा चलाने वाले और बहुत ज्यादा मजबूर परिवारों को उपलब्ध करवाई जाऐ। नायब शाही इमाम ने बताया कि जामा मस्जिद के कार्यकर्ता अब दूसरे चरण में जहां सामान पैक कर रहे हैं वहीं पर संपर्क साधने वाले लोगों का पता लगाकर वहां पहुंचने की तैयारी भी कर रहे हैं।
शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने ऐलान किया कि सामग्री बांटते समय किसी भी जरुरतमंद की फोटो नहीं ली जाएगी ताकि किसी के भी आत्म सम्मान को ठेस ना लगे। शाही इमाम ने कहा कि सर्वधर्मों के लोग मिलकर ही कोरोना वायरस संकट का मुकाबला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह समय है कि पूरे भारत वंश के लोग अपने राजनीतिक और वैचारिक मतभेदों को भुलाकर इंसानियत को बचाने के लिए एकजुट हो जाएं।
शाही इमाम ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार व पंजाब की कैप्टन सरकार इस संकट के समय में जो भी काम कर रही है वो जनता के हित में है। उन्होंने कहा कि आज देश भर के धार्मिक स्थानों से गरीबों का पेट भरने के लिए जो प्रयास किए जा रहे है इसे भी इतिहास में याद रखा जाएगा। शाही इमाम ने पंजाब के सभी बड़े उद्योगपति घरानों से अपील की है कि वह अपने अपने संस्थानों द्वारा गरीबों के लिए दो वक्त की रोटी का लगातार प्रबंध करें। उन्होंने कहा की विश्व भर में आए हुए इस कोरोना संकट से सबसे पहले भारतीय मुक्त हो ऐसी हमारी दुआ है। शाही इमाम ने कहा कि इंसान लाचार है सबसे बड़ी ताकत खुदा की है इसलिए हम सब सभी प्रयासों के साथ-साथ यह ना भूले की इस विश्वव्यापी संकट से खुदा की मदद के बगैर नहीं निकला जा सकता। इस लिए हमें अपने गुनाहों की माफी मांगते हुए भलाई के काम जारी रखने हैं। शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी ने समाज सेवी संस्थाओं से यह भी अपील की कि गरीब और जरूरतमंद परिवारों के अलावा समाज में ऐसे परिवार भी होते हैं जो कि अपने आत्म सम्मान की वजह से किसी के सामने अपनी जरूरत का इजहार नहीं करते इस लिए सभी सामाजिक संस्थाऐ विशेष रूप से इस बात की तरफ ध्यान दें कि जो लोग अपनी प्रतिष्ठा की वजह से लाइन में लगकर या फोटो खिंचवा कर राशन लेने से कतरा रहे हैं उन्हें छुपकर खामोशी से राशन पहुंचाने का काम किया जाए।
जनता को बांट रहे राशन, खुद खा रहे हैं गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब का लंगर
वहीं पर, कोरोना वायरस के दौरान जहां लोगों में भय और चिंता चारों तरफ नजर आ रही है वही आपसी भाईचारे प्यार मोहब्बत और जनता की सेवा करने की जिंदा मिसालें भी नजर आ रही है। लुधियाना के फील्ड गंज चौक में स्थित एतिहासिक जामा मस्जिद से बीते एक सप्ताह से लगातार जरूरतमंद लोगों को उनके घर पर राशन पहुंचाया जा रहा है वहीं जामा मस्जिद में राशन पहुंचाने की जिम्मेदारी निभा रहे मुस्लिम कार्यकर्ताओं के खाने पीने के लिए शहर के प्रसिद्ध गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब से लंगर पहुंच रहा है। कोरोना संकट के दौरान यह भारतीय आपसी भाईचारे और एकता की खूबसूरत तस्वीर है कि लोगों को फ्री राशन बांटने वाले खुद गुरुद्वारा साहब का लंगर छक रहे हैं।
-अरुण कुमार