आजमगढ़। सीएए के खिलाफ प्रदर्शनों में महिलाएं बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। चाहे वो शाहीन बाग हो या आजमगढ़। दरअसल आजमगढ़ के बिलरियागंज कस्बे के मौलाना जौहर अली पार्क में भी महिलाएं सीएए, एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं थी। इन महिलाओं द्वारा बुधवार सुबह सुरक्षा में तैनात पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और महिलाओं को वहां से खदेड़ा। महिलाओं के पथराव में एसपी सिटी पंकज पांडेय घायल हुए। बचाव में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आसू गैस के गोले दागे। पुलिस ने पार्क में टैंकर मंगाकर पानी भर दिया है। पार्क के आसपास भारी फोर्स तैनात कर दी गई है। किसी को उधर जाने नहीं दिया जा रहा है। बता दें कि गोपालपुर के सपा विधायक नफीस अहमद ने भी मंगलवार रात साढ़े 10 बजे पहुंचकर उन्हें धरना प्रदर्शन खत्म करने के लिए समझाया, लेकिन धरना खत्म नहीं हुआ। बाद में बुधवार को तड़के चार बजे महिलाओं की ओर से सुरक्षा में तैनात पुलिस वालों पर पथराव किया गया। इसके बाद पुलिस ने लाठी लाठीचार्ज कर महिलाओं को खदेड़ दिया और आंसू गैस के गोले भी दागे। महिलाओं को वहां से उठाने के बाद पुलिस ने पार्क में टैंकर मंगाकर पानी भर दिया। पार्क के आसपास भारी फोर्स तैनात कर दी गई है। किसी को उस ओर जाने नहीं दिया जा रहा है। बता दें कि इस धरना प्रदर्शन के लिए अनुमति नहीं ली गई थी। पुलिस और जिला प्रशासन को ऐसे किसी आयोजन की जानकारी ही नहीं थी। मंगलवार को 11 बजे के लगभग मौलाना जौहर अली पार्क में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं तिरंगा झंडा लेकर पहुंच गई। इसके बाद मौके पर धरना-प्रदर्शन व नारेबाजी शुरू हो गई। धरना-प्रदर्शन की जानकारी होते ही बिलरियागंज पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई और धरना समाप्त कराने की कवायद शुरू कर दी गई।
मंगलवार की शाम पांच बजे के लगभग मौलाना ताहिर मदनी व पूर्व चेयरमैन मोहम्मद आरिफ भी मौके पर पहुंच गए थे। इन लोगों ने भी महिलाओं को समझाने का प्रयास किया लेकिन महिलाओं का कहना था कि जब तक दिल्ली के शाहीन बाग में धरना चलेगा तब तक वे भी धरना देती रहेंगी। मंगलवार की देर शाम एडीएम प्रशासन नरेंद्र सिंह, एसपी सिटी पंकज पांडेय के साथ ही महिला थानाध्यक्ष आदि भी पहुंच गईं।