Aaj Samaj (आज समाज), Women Reservation Bill Debate, नई दिल्ली: संसद के विशेष सत्र के तीसरे दिन आज लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक (नारी शक्ति वंदन बिल) पर चर्चा चल रही है। कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने सबसे पहले विधेयक पर सदन में अपनी बात रखी। इसके बाद कांग्रेस की तरफ से पूर्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 10 मिनट तक अपनी बात रखी। चर्चा शाम 6 बजे तक चलेगी।
- परिसीमन तक नहीं रोकना चाहिए बिल
पहली बार राजीव लाए थे बिल : सोनिया
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा, महिला आरक्षण विधेयक मेरे पति राजीव गांधी का सपना था। स्थानीय निकायों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने वाले इस कानून को पहली बार राजीव लाए थे, जो राज्यसभा में 7 वोटों से गिर गया था। सोनिया ने कहा, बाद में पीवी नरसिम्हा राव की सरकार ने उसे पास करवाया। वहीं बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, यह केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिल है। बीजेपी की ओर से निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, दीया कुमारी अपनी बात रखेंगी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भाषण दे सकते हैं।
मेरे पति का सपना अभी आधा ही पूरा हुआ
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, मेरे पति राजीव गांधी का सपना अभी आधा ही पूरा हुआ है, यह बिल पास होने से सपना पूरा हो जाएगा। कांग्रेस की मांग है कि बिल को फौरन अमल में लाया जाए। सरकार को इसे परिसीमन तक नहीं रोकना चाहिए। इससे पहले जातिगत जनगणना कराकर इस बिल में एससी-एसटी और ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था की जाए।
महिलाओं के लिए 543 सीटों में से 181 सीटें होंगी आरक्षित
महिला आरक्षण बिल के अनुसार लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी (एक तिहाई) आरक्षण लागू किया जाएगा। इसके हिसाब से लोकसभा की 543 सीटों में से 181 महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। ये रिजर्वेशन 15 साल तक रहेगा। इसके बाद संसद चाहे तो इसकी अवधि बढ़ा सकती है। नई संसद में कामकाज के पहले 19 सितंबर को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश किया गया।
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