संजीव कौशिक, रोहतक:
Women Our Goddess: हम मां काली और मां दुर्गा को पूजते हैं तो हमें अपने घर की महिलाओं का सम्मान करना चाहिए। हमें अपनी पत्नी और बेटी को भी पूरा प्यार और सम्मान देना चाहिए। भारत देश की संस्कृति बहुत महान है, हमें उसका सम्मान करना चाहिए। विदेशों में काफी नौकरी करने वाली महिलाओं को छोटे बच्चों की देखभाल करने के लिए अपनी नौकरी छोड़नी पड़ती है, लेकिन अपने देश में सास ससुर या परिवार के अन्य बड़े सदस्य छोटे बच्चों को संभाल लेते हैं, ऐसे में उनका सम्मान करना चाहिए। यह कहना है पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना का।
मुख्य अतिथि थी डा. अनीता सक्सेना Women Our Goddess
वे मंगलवार को पीजीआईएमएस के नर्सिंग कालेज की छात्राओं की ओर से लेक्चर थियेटर वन में आयोजित किए अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हुई थीं। इस अवसर पर उपस्थित अध्यापकों और छात्राओं को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ. अनीता सक्सेना ने कहा कि आज नर्सिंग कालेज की छात्राओं का जोश देखकर काफी अच्छा लगा है और इतना अच्छा कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्राचार्य प्रो. सुनीता और उनकी टीम बधाई की पात्र हैं।
समय के साथ आ रहा बदलाव: डा. लोहचब Women Our Goddess
उन्होंने कहा कि कि समय के साथ बदलाव आया और आज महिलाएं किसी भी मोर्चे पर पुरूषों से पीछे नहीं हैं। निदेशक डॉ.एस.एस. लोहचब ने कहा कि आज महिलाएं माउंट एवरेस्ट की चढाई कर रही हैं, अंतरीक्ष पर जा रही हैं, सेना तथा अन्य प्रशासनिक विभागों में अहम पदों पर हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा की बेटियां खेलों में गोल्ड मेडल लाकर पूरे प्रदेश का नाम विदेशो में रोशन कर रही हैं। डॉ. लोहचब ने कहा कि नर्सिंग प्रोफेशन बहुत ही सम्मानित प्रोफेशन है। डीन डॉ. कुलदीप सिंह लालर ने कहा कि फ्लोरेंस नाईंटगेल से प्रेरणा लेते हुए हमें समाज की भलाई के लिए अधिक से अधिक कार्य करना चाहिए।
महिलाओं काबिलियत के दम पर उच्च पद Women Our Goddess
उन्होंने कहा कि महिलाएं अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर सर्वोच्च पद हासिल कर सकती हैं और कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना को हमें अपना आदर्श मानते हुए आगे बढना चाहिए। प्राचार्य प्रो. सुनिता ने बताया कि उनका यह कालेज वर्ष 2003 में शुरू हुआ था और तब से यहां पर काफी उन्नित हुई है। उन्होंने कहा कि यहां की छात्राएं विदेशों में भी काफी अहम पदों पर कार्य कर रही हैं। प्रो. सुनीता ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित करके किया। इस अवसर पर छात्राओं द्वारा कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया।
मंच संचालन और उपस्थित लोग Women Our Goddess
मंच का संचालन आचार्य किरण खत्री ने किया। आचार्य शकुंतला ने कहा कि आज महिलाएं इतनी अधिक सशक्त हो चुकी हैं कि वें किसी भी कार्य मे अग्रणीय भूमिका में नजर आती हैं। उन्होंने कहा कि इसके पीछे सबसे बड़ा कारण महिलाओं द्वारा की जाने वाली मेहनत है। इस अवसर पर आचार्य हर्षबाला, हेमवती, राममूर्ति, सुशीला शर्मा, किरण खत्री, कविता, शकुंतला, शांति, शीला, गीता, जैसेफ जैसन, राजपति, मूर्ति, राजेश्वरी, ज्योति, कमलेश, निधी, सुनीता, सुदेश , शशि भाटिया सहित सैकड़ों छात्राएं उपस्थित थीं।