सुमन, तोशाम:
बाल कल्याण समिति की पूर्व सदस्य व सामाजिक कार्यकर्ता मीना जांगड़ा ने कहा है कि महिलाओं को अधिकार व कर्तव्य के प्रति जागरूक होना होगा। महिलाओं को संविधान में मिले अधिकारों के लिए एकजुट होने के अलावा अन्याय के खिलाफ आवाज उठानी होगी। महिला एवं बाल विकास विभाग में बातचीत करते हुए हुए उन्होंने कहा किअपने अधिकारों के प्रति महिलाओं को जागरूक होना होगा। उन्होंने घरेलू हिंसा व घटते लिंगानुपात पर चिंता जताई। उन्होंने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि किसी भी अन्याय व शोषण को दबाने की बजाए उसे उजागर करें ताकि अन्याय को रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या गंभीर समस्या है। इस समस्या से निपटने के लिए महिलाओं में जागरूकता होनी चाहिए। यदि महिलाएं जागरूक होंगी तो इस समस्या से निपटना नामुमकिन नहीं है। बच्चों को ऐसे संस्कार व शिक्षा दें ताकि लड़के-लड़की के बीच किसी भी तरह के भेदभाव का आभास न हो। शिक्षित महिला ही समाज को नई दिशा प्रदान कर समाज व परिवार में सिर ऊंचा कर सकती हैं। आज के दौर में शिक्षित लड़कियां प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। खेल, राजनीति आदि में भी महिलाएं योग्यता का परिचय दे रहीं हैं। स्वस्थ व शिक्षित कन्या भविष्य की जरूरत है क्योंकि वही समाज को सही दिशा दिखा सकती है। मीना जांगड़ा ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग पोषण माह के दौरान उठाए गए कदमों की पड़ताल कर उसकी फीडबैक लेगा तो अवश्य ही सकारात्मक परिणाम आएंगे। उन्होंने महिलाओं में एनीमिया की समस्या को लेकर भी आवश्यक कदम उठाने पर बल दिया।