• महिलाओं को विभिन्न व्यवसायिक गतिविधियों से जोड़ने पर जोर
  • राज्य सरकार नारी को और अधिक स्वावलंबी बनाने का कर रही प्रयास : संगीता यादव

Aaj Samaj (आज समाज),Women and Child Development Department,नीरज कौशिक, नारनौल :आज के युग में नारी किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। राज्य सरकार भी नारी को और अधिक स्वावलंबी बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। समाज को नारी की सुरक्षा व सम्मान को सर्वोपरि मानना होगा‌। साथ ही समाज से पितृसत्तात्मक सोच को बदलने की जरूरत है। यह बात जिला कार्यक्रम अधिकारी संगीता यादव ने आज महिलाओं को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने के लिए शक्ति अभियान के तहत पंचायत भवन में एक कार्यशाला में कही।

उपायुक्त मोनिका गुप्ता (आईएएस) के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में महिलाओं को विभिन्न व्यवसायिक गतिविधियों के साथ जोड़ने पर जोर दिया गया।

इस मौके पर जिला उद्यान अधिकारी प्रेम कुमार ने बागवानी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बागवानी एक तेजी से उभरता हुआ कृषि व्यवसाय है। बागवानी में मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, फूलों और फलों की खेती, चाय बागान आदि प्रमुख विषय हैं। बागवानी में संभावनाओं और उसके गुणवत्ता को बेहतर बनाने का कार्य किया जाता है। इस क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाएं हैं। बागवानी को भविष्य की खेती भी कहा जाता है। इसे एक बार लगा देने से कई सालों तक मुनाफा ले सकते हैं।

इस मौके पर कृषि विभाग से डा. रविंद्र यादव व डा. सतबीर सिंह ने कहा कि कृषि का उद्देश्य धन कमाना ही नहीं है। आधुनिकता के इस दौर में फसलों की उत्पादन क्षमता बढ़ाना भी है। किसान का दायित्व बनता है कि वह ऐसा शुद्ध और पौष्टिक अनाज का उत्पादन करें जिससे अच्छी पैदावार के साथ-साथ स्वस्थ शरीर रह सके। इसमें महिलाएं अहम भूमिका निभा सकती है।

महिला आईटीआई से सरोज ने सिलाई, कढ़ाई व ब्यूटी पार्लर तथा जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय से कार्यवाहक जिला बाल संरक्षण अधिकारी संतोष कुमारी जेजे एक्ट व पोक्सो एक्ट के बारे में जानकारी दी।

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग से जिला मिशन कोऑर्डिनेटर दिनेश के अलावा अन्य कर्मचारी मौजूद थे।

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