यमुनानगर : शराब का ठेका खोले जाने को लेकर महिलाओं ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ की नारेबाज

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प्रभजीत सिंह (लक्की), यमुनानगर :
रादौर गांव कडरौली में ठसका रोड पर शराब का ठेका खोले जाने पर शनिवार को  गांव की महिलाएं भड़क उठी। गुस्साई सैकड़ों महिलाओं ने शराब के ठेके पर जाकर सरकार व  प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी की। महिलाओं ने गांव में खुले ठेके का कड़ा विरोध करते हुए सरकार व प्रशासन से शराब का ठेका तुरंत बंद करने की मांग की। महिलाओं ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द गांव में खोला गया ठेका बंद न किया गया तो वह ठेके पर ताला जड़कर ठेके को हमेशा के लिए बंद कर देंगी। विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं से बातचीत करने प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी व कर्मचारी नहीं पहुंचा। पूर्व सरपंच कंडरौली संतोष ढांडा, मलकीतो देवी, परमजीत कौर, मंजीत कौर, सुदेश, सुषमा, उर्मिला, निर्मला, राजपति, रोशनी  देवी, कला, बबली, पुष्पा, कैलाशो, संतोष, मायादेवी, चरणों देवी आदि ने बताया कि गांव में आज तक शराब का कोई ठेका नहीं था। गांव में प्रशासन की ओर से गांव के लोगों की मर्जी के विपरीत शराब का ठेका खोला गया है। जिससे गांव का माहौल खराब हो रहा है। गांव में शराब का ठेका खुलने से शराब पीकर झगड़े हो रहे है। इसलिए गांव की महिलाओं ने यह निर्णय लिया है कि वह किसी भी कीमत पर गांव में शराब का ठेका नहीं चलने देंगी। उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से 5 जुलाई को गांव में ठसका रोड पर शराब का ठेका खोला गया था। ठेका खुलने का गांव के लोगों ने विरोध करते हुए 9 जुलाई को एसडीएम रादौर सुरेंद्र पाल को शिकायत दी। 10 जुलाई को ग्रामीणों ने पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज को शिकायत दी। 22 जुलाई को एसएचओ जठलाना को शिकायत दी। वहीं एसपी, डीसी व डीटीसी को भी शिकायत दी गई। लेकिन किसी भी अधिकारी ने उनकी समस्या का कोई भी समाधान नहीं किया। जिसके बाद अब उन्हें शराब का ठेका बंद करवाने के लिए आंदोलन का सहारा लेना पड़ा है। जब तक ठेका बंद नहीं होगा, तब तक वह चेन से नहीं बैठेंगी।