दिल्ली की हवा बीते छह दिनों से जहरीली बनी हुई है। दिल्ली वालों का सांस लेना भी दूभर हो गया है। लगातार छठे दिन भी दिल्ली की हवाएं जहरीली बनी रही। इस समय दिल्ली की हवा में सबसे अधिक हानिकारक कण और गैसीय प्रदूषक हैं। जिसके कारण लोगों को परेशानी हो रही है। बता दें कि इसके पहले इतना प्रदूषण हवा में 2016 में हुआ था जब हवा इतनी ज्यादा खराब हुई थी। हालांकि, ऐसे आपातकालीन उपायों का कोई संकेत नहीं था जो ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप) के तहत काम करते थे। मौसम विभाग की माने तो बुधवार को दिल्ली वालों को थोड़ी राहत मिल सकती है। लेकिन ये कुछ समय के लिए ही होगा। सीपीसीबी के आंकड़ों से पता चला है कि मंगलवार को दिल्ली का समग्र एक्यूआई गंभीर श्रेणी में 476 था। सोमवार को शहर का एक्यूआई 477 था। मंगलवार को प्रदूषण का स्तर 487 पर शुरू हुआ। सुबह 9 बजे तक, कम से कम 18 निगरानी स्टेशन, जैसे कि सिरिफोर्ट, आनंद विहार, विवेक विहार, बवाना, मुंडका और अलीपुर में 500 की अधिकतम अदक रिकॉर्डिंग दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार शाम 7 बजे, पीएम 2.5 का स्तर 48 घंटे के बाद से (2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास वाला अल्ट्राफाइन पार्टिकुलेट पदार्थ) लगातार 300४ॅ / े3 से ऊपर था और ढट10 स्तर के बाद 51 घंटे 10 माइक्रोमीटर से कम व्यास वाले पदार्थ) 500४ॅ / े3 के निशान से ऊपर थे।