पिछले साल पिछले साल अर्थ आवर में दिल्लीवालों ने की थी 206 मेगावॉट बिजली की बचत
Delhi News Update (आज समाज), नई दिल्ली। आज रात साढ़े आठ बजे से लेकर साढ़े नो बजे तक दिल्ली के लोगों के पास अपना ही रिकॉर्ड तोड़ने का मौका होगा। यदि दिल्लीवासी सरकार को सहयोग करते हुए यह करते हैं तो भविष्य के लिए यह एक सकारात्मक पहल होगी। दरअसल आज दुनियाभर में अर्थ आवर मनाया जा रहा है। जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर हर साल यह अर्थ आॅवर मनाया जाता है। इसमें लोग एक घंटे के लिए बिजली का उपयोग कम से कम करते हैं। दिल्ली सरकार ने भी दिल्ली वासियें से अपील की है कि सभी लोग इस समय अवधि के दौरान कम से कम बिजली का प्रयोग करें।
400 से अधिक कार्यालयों में गैर जरूरी लाइट्स बंद रहेंगी
दिल्ली के लोग भी इसमें सहभागी बनेंगे। बिजली उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि 22 मार्च की रात 8.30 से 9.30 बजे के बीच स्वेच्छा से अपने घरों व कार्यस्थलों की गैरजरूरी लाइट्स व बिजली उपकरणों को बंद रखें। बिजली कंपनी बीएसईएस व टाटा पॉवर ने खुद भी अपने 400 से अधिक कार्यालयों में अर्थ आवर के दौरान गैर जरूरी लाइट्स को आॅफ रखने का निर्णय लिया है। पिछले वर्षो में अर्थ आवर के दौरान दिल्लीवालों ने बड़े पैमाने पर बिजली बचाई। पिछले साल एक घंटे में 206 मेगावॉट बिजली की बचत हुई थी। बीएसईएस उपभोक्ताओं ने 130 मेगावॉट बिजली की बचत की वहीं एनडीपीएल ने 70 मेगावॉट बचत करके उल्लेखनीय योगदान दिया था।
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ करता है कार्यक्रम का आयोजन
अर्थ आवर डब्लूडब्लूएफ (वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचरध् वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड) का सालाना कार्यक्रम है, जिसके तहत दुनियाभर के लोगों से अपील की जाती है कि वे जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए अपने घरों और कार्यस्थलों पर गैरजरूरी लाइट्स और बिजली चालित उपकरणों को तय समय के दौरान बंद रखें। बीएसईएस का कहना है कि अपने घरों की बिजली को स्विच आॅफ करें और इंसानों के रहने लायक पृथ्वी में निवेश करें। धरती और आने वाली पीढ़ियों के लिए सही कदम उठाएं। लोग प्राकृतिक दुनिया की रक्षा कर बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। जलवायु परिवर्तन के कारण पृथ्वी की स्थिति को लेकर चिंता बढ़ गई है।
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