हरियाणा सिविल सचिवालय में डिजिटल सूचना पट्ट का किया उद्घाटन
आज समाज डिजिटल, चंडीगढ़:
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हम डिजिटल हरियाणा पर फोकस करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। हमारा उद्देश्य लोगों को जल्द से जल्द सेवाएं उपलब्ध कराना है। मुख्यमंत्री गुरुवार को यहां हरियाणा सिविल सचिवालय में डिजिटल सूचना पट्ट और आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आजादी के संघर्ष में हरियाणा के योगदान पर आधारित डिजिटल प्रदर्शनी के उद्घाटन के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। डिजिटल सूचना पट्ट के माध्यम से लोगों को आजादी के संघर्ष की गाथाओं और पराक्रम, बलिदान के बारे में जानकारी मिलेगी, ताकि लोग इन गाथाओं से प्रेरणा ले सकें।
इस मौके पर बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला, सहकारिता मंत्री बनवारी लाल, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओपी यादव और खेल राज्यमंत्री संदीप सिंह भी उपस्थित रहे।
मिनी सचिवालयों में लगाए जाएंगे पट्ट
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के संघर्ष में हरियाणा के योगदान की जानकारी से युक्त डिजिटल पट्ट सभी मिनी सचिवालयों में लगाए जाएंगे ताकि लोगों को उन गाथाओं और वीरों के बारे में जानकारी मिल सके, जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि मिनी सचिवालयों के साथ ही ऐसे स्थानों पर भी ऐसे डिजिटल सूचना पट्ट लगाए जाएंगे, जहां लोगों का आवागमन ज्यादा हो।
रोहनात के लोग 2018 तक नहीं मनाते थे आजादी का पर्व
प्रदर्शनी में आजादी के संघर्ष में हरियाणा के योगदान की प्रदर्शनी का अवलोकन करने के दौरान मुख्यमंत्री ने बारीकी से जानकारी ली। इस दौरान अलग-अलग पट्ट पर दर्शाई गई जानकारी लेने के दौरान जब मुख्यमंत्री भिवानी के रोहनात गांव के शौर्य की गाथा का अवलोकन कर रहे थे तो उन्होंने एक संस्मरण भी सुनाया। उन्होंने बताया कि 2018 से पूर्व तक रोहनात गांव के लोग स्वयं को आजाद नहीं मानते हुए आजादी का पर्व नहीं मनाते थे। उन्होंने बताया कि वे स्वयं गांव में गए और लोगों को आजादी का पर्व मनाने के लिए प्रेरित किया और 23 अप्रैल, 2018 को उन्होने स्वयं गांव में तिरंगा फहराया। यहां के लोगों पर ब्रिटिश राज में बहुत अत्याचार हुए थे।
रोहनात में जलियांवाला बाग की तरह कुआं और पेड़
भिवानी के रोहनात गांव में आज भी ब्रिटिश राज की बर्बरता की कहानी कहता कुआं मौजूद है। 1857 के स्वतंत्रता आंदोलन में यहां से बहुत से जवान शहीद हुए थे। आजादी के संघर्ष में भाग लेने वालों में से बहुतों को अंग्रेजों ने फांसी पर लटका दिया था या गोली मार दी थी। 1857 की क्रांति में भाग लेने के कारण यहां के लोगों पर अंग्रेजों ने बहुत अत्याचार किए। उन्होंने महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा। इस कारण यहां की बहुत सी महिलाओं ने बच्चों के साथ कुएं में छलांग लगाकर अपनी आहुति दे दी थी।
डिजिटल हरियाणा के कई मापदंड किए पार
मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया की तर्ज पर हम डिजिटल हरियाणा के तहत बहुत से मापदंडों को पार कर चुके हैं। डिजिटल हरियाणा हमारा फोकस कार्यक्रम है। हमारा आईटी विभाग डिजिटल हरियाणा के तहत हर विभाग के लिए सॉफ्टवेयर तैयार कर रहा है, ताकि लोगों को जल्द से जल्द सेवाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सरल अंत्योदय और परिवार पहचान पत्र भी डिजिटल हरियाणा का नमूना है। रेवेन्यू रिकॉर्ड भी डिजिटल किया जा रहा है। अब केवल ई फाइल ही चलेंगी, ताकि तय समय-सीमा में काम हो सके।
‘आस’ बड़ा क्रांतिकारी कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने कर्मचारियों और अधिकारियों की जवाबदेही तय करने के लिए राइट टू सर्विस के तहत ‘आस’(आॅटो अपील सॉफ्टवेयर) लॉच किया है। राइट टू सर्विस के तहत आने वाली 546 सेवाओं को इसके अंतर्गत लाया गया है। इन सेवाओं को तय समयावधि में न देने पर आवेदन आॅटो अपील के तहत अपील में चला जाएगा। सेवा को तय समय से नहीं दे पाने के लिए जिम्मेदार कर्मचारी और अधिकारी से जवाब मांगा जाएगा।