Rohtak News (आज समाज) रोहतक: हरियाणा के पूर्व मंत्री भाजपा नेता मनीष ग्रोवर ने शनिवार को अचानक अगला विधानसभा चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया। यही नहीं, यहां तक कहा कि उनका परिवार भी चुनाव नहीं लड़ेगा। अब वे संगठन में रहकर भाजपा को तीसरी बार सरकार बनाने में मदद करेंगे। ग्रोवर के अचानक इस दांव से सब चौंक गए। हालांकि उनसे जुड़े करीबी सूत्रों के मुताबिक ग्रोवर को भाजपा राज्यसभा भेज सकती है। रोहतक से ही सांसद चुने गए दीपेंद्र हुड्डा के इस्तीफे के बाद यह सीट खाली पड़ी हुई है। रोहतक पूर्व कांग्रेसी सीएम भूपेंद्र हुड्डा का गढ़ है। ऐसे में यहां विधानसभा चुनाव में दमदार मौजूदगी दर्शाने के लिए भाजपा यह दांव खेल सकती है। अगर भाजपा मनीष ग्रोवर को राज्यसभा भेजती है तो इससे 8% पंजाबी वोट बैंक को भी भाजपा साध सकेगी। इस वोट बैंक का गणित अभी गड़बड़ाया हुआ है। असल में भाजपा ने पंजाबी समुदाय से आते पहले मनोहर लाल खट्टर को सीएम बना रखा था। उस वक्त दूसरे पंजाबी समुदाय के नेता अनिल विज के पास गृह एवं स्वास्थ्य विभाग था। मौजूदा वक्त में खट्टर केंद्र में चले गए। विज ने नाराजगी के बाद मंत्रीपद की शपथ नहीं ली। भाजपा ने नायब सैनी को सीएम बना ओबीसी और मोहन बड़ौली को प्रदेश अध्यक्ष बना ब्राह्मण तो साध लिए लेकिन पंजाबियों का प्रतिनिधित्व लगभग खत्म हो गया। ऐसे में ग्रोवर को यह मौका मिल सकता है। ग्रोवर रोहतक से 5 बार भाजपा प्रत्याशी रह चुके हैं। इसमें से वह एक बार ही (2014 से 2019 तक) विधायक बने। तब उन्हें भाजपा सरकार में सहकारिता मंत्री बनाया गया। हालांकि, 2019 का विधानसभा चुनाव वह हार गए थे।