नई दिल्ली। भारत और आॅस्ट्रेलिया के बीच महिला टी-20 विश्व कप का फाइनल शुरू होने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। भारतीय टीम के कप्तान हरमनप्रीत कौर के माता-पिता आॅस्ट्रेलिया पहुंच चुके हैं। वह अपनी बेटी को टीम इंडिया की ब्लू जर्सी में विश्व कप के फाइनल मुकाबले में खेलते देखने को बेताब हैं। फाइनल मुकाबला रविवार (8 मार्च) को खेला जाएगा। इस दिन को पूरी दुनिया महिला दिवस के रूप में मनाती है। ऐसे में यह देखना काफी रोचक होगा कि क्या हरमनप्रीत अपने मां को इस खास दिन पर विश्व कप का खिताब दे पाएंगी जो पहली बार उन्हें क्रिकेट खेलते देखेंगी।
हरमन का बल्ला इस वर्ल्ड कप में अब तक नहीं चल पाया है। उम्मीद की जा रही है कि वह निर्णायक मुकाबले में धूम मचाएंगी। इस टूर्नामेंट में उनके बल्ले से महज 2, 8, 1, 15 रन की पारियां निकली हैं। इससे पहले भारतीय टीम का अपने पहले टी20 महिला विश्व कप फाइनल में पहुंचना कप्तान हरमनप्रीत कौर के लिए दोहरी खुशी का मौका बना क्योंकि इस अवसर पर उनके अंतरराष्ट्रीय करियर में पहली बार उनके माता-पिता भी दर्शक के रूप में मौजूद रहे। ग्रुप चरण में एक भी मैच नहीं गंवाने से भारतीय टीम गुरुवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल बारिश से धुलने के बावजूद फाइनल में पहुंच है।
हरमनप्रीत ने कहा कि गुरुवार को मैच नहीं हो सका वरना यह पहली बार होता, जब वे मुझे क्रिकेट खेलते हुए देखते। जब मैं स्कूल में थी तब मेरे पिता मेरा मैच देखते थे। मेरी मां ने कभी भी मुझे क्रिकेट खेलते हुए नहीं देखा। अभी भी दुर्भाग्य से उन्हें मैच देखने को नहीं मिला। हरमनप्रीत ने कहा कि यह मेरे लिए काफी मायने रखता है क्योंकि पहले दिन से मैं चाहती थी कि वे मुझे खेलते हुए देखें और गुरुवार को मुझे यह मौका मिला था। वे हम सभी को खेलते हुए देखना चाहते थे और मुझे उम्मीद है कि हमें सभी के माता पिता का समर्थन मिलेगा और हम इस टूर्नामेंट को जीतने की कोशिश करेंगे।