नई दिल्ली। अखिल भारतीय सीनियर चयन समिति ने सोमवार को श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज और आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया। इसी दौरान भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को लेकर भी अपना बयान दिया जो विकेट के पीछे काफी संघर्ष कर रहे हैं।
चीफ सलेक्टर एमएसके प्रसाद ने कहा है कि विकेट के पीछे संघर्ष कर रहे ऋषभ पंत की विकेटकीपिंग में सुधार के लिए एक विशेषज्ञ को नियुक्त किया जाएगा। पंत ने कुछ समय पहले भी विकेटकीपिंग में सुधार के लिए पूर्व भारतीय विकेटकीपर किरन मोरे की देखरेख में काम किया था। वेस्टइंडीज के खिलाफ रविवार को तीसरे वनडे मैच में पंत ने कई कैच टपकाये, जिसके बाद वह प्रशंसकों के निशाने पर आ गए।
टीम चयन के मौके पर प्रसाद ने कहा कि पंत को अपनी विकेटकीपिंग में सुधार करना होगा। हम उसके लिए विशेषज्ञ विकेटकीपिंग कोच रखेंगे। 22 साल के इस विकेटकीपर को टीम प्रबंधन का पूरा साथ मिल रहा है लेकिन उन्हें लगता है कि पंत को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। अक्सर जब ऋषभ पंत खराब विकेटकीपिंग करते हैं तो स्टेडियम में मौजूद दर्शक धोनी-धोनी चिल्लाते हैं, जिससे युवा खिलाड़ी का मनोबल गिरता है।
युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के खराब प्रदर्शन के कारण बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई घरेलू सीरीज के दौरान भी ऐसा ही कुछ देखा गया, जब मैदान में मौजूद दर्शक बार-बार धोनी का नाम ले रहे थे। कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि ऋषभ पंत की जगह धोनी का नाम लेना इस युवा खिलाड़ी के लिए अपमान होगा। 15 साल तक भारतीय क्रिकेट से जुड़े रहे धोनी ने बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज एक अलग छवि बनाई हुई है।