12 साल तक खुद को आम आदमी की पार्टी बताने वाले आप हुई सत्ता से बाहर

Delhi Election 2025 Analysis (आज समाज), नई दिल्ली/चंडीगढ़ : दिल्ली विधानसभा चुनाव में गत दिवस आम आदमी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। आप को 12 साल बाद सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाते हुए भाजपा ने दोबारा सत्ता हासिल की है। राजनीतिक विश्लेषक आम आदमी पार्टी की हार के पीछे दिल्ली की जनता से किए गए वादे पूरे न करना बता रहे हैं। उनका मानना है कि आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली में पिछले कुछ समय से बुनियादी जरूरतें पूरी करने में कामयाब नहीं हो पा रही थी। जिसके बाद लोगों का उससे मोह भंग हो गया।

पंजाब में भी आप की डगर कठिन

दिल्ली के बाद पंजाब दूसरा ऐसा राज्य है जहां आम आदमी पार्टी की सरकार पूरे बहुमत के साथ काम कर रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि दिल्ली में आप की हार का असर अब कृषि प्रधान राज्य में पड़ेगा। दिल्ली के नतीजों का निश्चित रूप से पंजाब में असर होगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है। आज पंजाब के सामने कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार दो बड़ी चुनौतियां हैं, लेकिन राज्य सरकार इन समस्याओं का समाधान करने में चूक करती नजर आ रही है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने आंदोलनकारी किसानों द्वारा उठाए गए मुद्दों के समाधान के लिए भी कुछ नहीं किया है।

चुनावी वादे भी अभी तक पूरे नहीं किए

पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बने तीसरा साल गुजर रहा है। 2027 में पंजाब में दोबारा विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में भगवंत मान ने जो 2022 में जनता से वादे किए थे उनमें से बहुत सारे प्रमुख वादे वे पूरा करने में अभी तक कामयाब नहीं हो पाये हैं। इसके चलते माना जा रहा है कि आने वाले वर्ष पार्टी के लिए मुश्किल भरे हो सकते हैं। हालांकि भगवंत सिंह मान की पार्टी अभी पंजाब में पूरी तरह से मजबूत है। विधानसभा में उनके पास जबरदस्त बहुमत है। नगर निगमों में आप के मेयर हैं लेकिन देखना यह होगा कि पार्टी अपनी यह स्थिति 2027 के विधानसभा चुनाव में भी बनाकर रख सकेगी या फिर दिल्ली जैसे परिणाम का सामना आप को करना पड़ेगा।

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