नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भारत और पाक सीरीज को लेकर एक बार फिर अपने यूट्यूब चैनल पर बोला है। अख्तर ने कहा मैंने भारत और पाकिस्तान का कबड़्डी मैच देखा होगा। मेरे दिमाग में ख्याल आ रहे थे कि हम एक दूसरे के आलू-प्याज खा सकते हैं व्यापार कर सकते हैं, कबड़्डी खेल सकते हैं, डेविस कप खेल सकते हैं तो फिर क्या मौत पड़ जाती है कि हम क्रिकेट नहीं खेल सकते।
भारत ने 2008 से पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। वहीं, पाकिस्तान ने वनडे और टी-20 सीरीज के लिए आखिरी बार 2012 में भारत का दौरा किया था। इस दोनों देशों ने पिछले 8 साल से एक दूसरे के साथ कोई बाइलेटरल सीरीज नहीं खेली है। हालांकि आईसीसी टूर्नामेंट्स और एशिया कप में ये दोनों देश आमने-सामने होते रहे हैं। बीसीसीआई पहले ही साफ कर चुका है कि जब तक भारत सरकार से कोई अनुमति नहीं मिलती, पाकिस्तान से बाइलेटरल क्रिकेट सीरीज खेलनी मुश्किल है।
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से बाइलेटरल क्रिकेट सीरीज होते देखना चाहते हैं। शोएब अख्तर ने कहा कि वीरेंद्र सहवाग, सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर से पूछकर देखें कि हम उन्हें कितना पसंद करते हैं। हमारे बीच चल रहे राजनीतिक मतभेदों का क्रिकेट पर असर नहीं पड़ना चाहिए। शोएब अख्तर ने कहा, हमारे यहां दुनिया में बेहतरीन मेहमान नवाजी होती है और भारत को भी यह बहुत अच्छी तरह पता है। अख्तर ने कहा कि सिर्फ क्रिकेट को ही भारत और पाकिस्तान के खराब संबंधों का असर क्यों झेलना पड़ता है। अगर भारत और पाकिस्तान बाइलेटरल क्रिकेट सीरीज नहीं खेलना चाहते तो दोनों देशों को व्यापार सहित अन्य सभी संबंधों को खत्म कर देना चाहिए।
शोएब अख्तर ने कहा,भारत और पाकिस्तान व्यापार कर सकते हैं, कबड्डी खेल सकते हैं, डेविस कप खेल सकते हैं, लेकिन हम क्रिकेट क्यों नहीं खेल सकते। शोएब अख्तर के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट होने से पैसा के साथ दर्शकों की संख्या भी बढ़ती है। भारत, पाकिस्तान नहीं आना चाहता है और पाकिस्तान, भारत नहीं जाना चाहता है तो बाइलेटरल क्रिकेट सीरीज एशिया के तटस्थ स्थान पर खेली जा सकती है।
इस साल सितंबर में एशिया कप 2020 का आयोजन पाकिस्तान में होना है और बीसीसीआई पहले ही साफ कर चुका है कि भारतीय क्रिकेट टीम एशिया कप खेलने पाकिस्तान नहीं जाएगी। कुछ जानकारों का मानना है कि एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान के लिए मुमकिन नहीं होगी, क्योंकि भारत सुरक्षा कारणों से यहां खेलने के लिए तैयार नहीं होगा।