IND vs ZIM: अभिषेक शर्मा के रिकॉर्ड तोड़ शतक के पीछे किसका हाथ?

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IND vs ZIM: अभिषेक शर्मा के रिकॉर्ड तोड़ शतक के पीछे किसका हाथ?
IND vs ZIM: अभिषेक शर्मा के रिकॉर्ड तोड़ शतक के पीछे किसका हाथ?

Abhishek Sharma,नई दिल्लीः किसी क्रिकेटर का पदार्पण मैच हो और वह उसमें जीरो पर आउट हो जाए तो मनोबल टूटना तो लाजमी है। हर प्लेयर की इच्छा होती है कि वो अपने डेब्यू को ताबड़तोड़ प्रदर्शन कर यादगार बनाए, लेकिन अभिषेक शर्मा के साथ ऐसा नहीं हुआ। अभिषेक शर्मा अपने अंतर्राष्ट्रीय टी-20 डेब्यू मैच में अपना खाता भी नहीं खोल सके, जिसके बाद उनकी बल्लेबाजी पर तरह-तरह के सवाल उठे।

इसके बाद 7 जुलाई को दूसरे टी-20 में ऐसा कारनामा कर दिया कि वह भारत के पहले खिलाड़ी बन गए। अभिषेक ने धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए 47 गेंदों पर 100 रन की पारी खेली। इतना ही नहीं 46 गेंदों शतक पूरा कर लिया, जिसके बाद उनके चाहने वाले को ऊपर काफी उत्साह छाया रहा। उन्होंने अपनी पारी में 8 छक्के और 7 चौके जड़े, जिनकी बदौलत टीम इंडिया ने एकतरफा जीत दर्ज की। इस बीच अभिषेक शर्मा के पिता राजकुमार शर्मा ने बेटे की शानदार बल्लेबाजी का बड़ा राज खोल दिया है।

पिता राजकुमार शर्मा ने कही बड़ी बात

जिम्बाब्वे के खिलाफ अभिषेक शर्मा अपने डेब्यू मैच में जीरो पर पवेलियन लोटे तो पिता राजकुमार शर्मा ने काफी हिम्मत बढ़ाई। पिता ने एक इंटरव्यू में कहा कि वह थोड़ा निराश था। आप उसे दोष नहीं दे सकते हैं। अगर आप डेब्यू में जीरो पर पवेलियन लौट जाते हैं तो अपनी अप्रोच पर सवाल उठाना लाजमी होता है। उन्होंने कहा कि वह अपने छक्के मारने के जुनून को दोषी मान रहा था।

पिता ने कहा कि मैंने उसे याद दिलाया कि उसकी छक्का झड़ने की हिम्मत ने ही यहां तक पहुंचने में सहायता की है। अब अपने तरीके को क्यों बदलना, इसी पर टिके रहो। अभिषेक शर्मा अपने पहले मैच में जीरो पर आउट हो गए थे, तो पिता ने उनका काफी उत्साह बढ़ाया।

शतक जड़ने में इस प्लेयर का भी हाथ

अभिषेक शर्मा की तूफानी पारी की बदौलत शतक जड़ने में कार्यवाहक मुख्य कोच वीवीएस लक्ष्मण का भी अहम रोल है। पिता राजकुमार ने कहा कि पहले ही टी-20 में नाकामी के बाद लक्ष्मण ने अभिषेक को प्रेरित करने का काम किया था। उन्होंने कहा कि कप्तान शुभमन गिल और कोच वीवीएस लक्ष्मणन ने भी उससे बात की।

लक्ष्मण सर ने कहा आप इंडियन प्रीमियर लीग में आप सभई बड़े गेंदबाजों की धुनाई कर रहे थे। इसे भी आईपीएल मैच की तरह समझो। खुद को ढालो और फिर कोई तुम्हें रन बनाने से नहीं रोक पाएगा। राजकुार ने कहा, शुभमन के कप्तान होने से भी सहायता मिली। दोनों ने अंडर-14 के दिनों से ही पंजाब के लिए सलामी बल्लेबाजी की भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा, यह दोनों एक दिन खतरनाक ओपनिंग जोड़ीदार बनेगें, और भविष्य में भारत के लिए कई मैच जिताएंगे।