नई दिल्ली। आतंकियों ने आज के ही दिन ठीक एक साल पहले भारत की सेना पर आत्मघाती हमला किया था जिसमें सीआरपीएफ के चालीस जवान शहीद हो गए थे। 14 फरवरी 2019 को हुए जैश-ए-मुहम्मद (जैश) के आत्मघाती हमलावर ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कॉनवाय पर हमला किया था, उसने एक कार में 80 किलो आरडीएक्स रखकर सीआरपीएफ के कॉनवाय में शामिल एक वाहन को कार से टकर मार दी थी जिसकी वजह से जोरदार धमाका हुआ और यह हमला इतना शक्तिशाली था कि उस वाहन में सवार सभी चालीस जवान शहीद हो गए थे। आज देशभर में लोग जहां शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, वहीं केंद्र सरकार को पुलवामा हमले के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने ट्वीट कर सरकार से सवाल किए। उन्होंने सरकार से पूछा कि आखिर इस हमले का सबसे ज्यादा फायदा किसे हुआ, इसकी जांच में क्या निकला और सरकार में किस व्यक्ति को जवाबदेह ठहराया गया? राहुल गांधी ने आज एक साल पहले शहीद हुए जवानों के पार्थिव शरीर वाले ताबूतों की तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘आज जब हम पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 जवानों को याद कर रहे हैं तो हमें यह पूछना है कि इस हमले से सबसे ज्यादा फायदा किसको हुआ?’ उन्होंने यह सवाल भी किया, ‘हमले की जांच में क्या निकला? हमले से जुड़ी सुरक्षा खामी के लिए भाजपा सरकार में अब तक किसको जवाबदेह ठहराया गया है? ‘ आज सीआरपीएफ ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से पुलवामा के शहीदों को शत-शत नमन किया और लिखा-
“तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोये नहीं।
गर्व इतना था कि हम देर तक रोये नहीं।”