Aaj Samaj (आज समाज), WHO Alerts, जेनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लयूएचओ) ने आज के समय में अकेलेपन को बड़ा खतरा बताया है। एक ताजा रिपोर्ट में संगठन ने कहा है कि आज दुनिया अकेलेपन के नए खतरे से जूझ रही है और हर चार में से एक बुजुर्ग इस समस्या का शिकार है। यह गंभीर स्वास्थ्य खतरा है। डब्लयूएचओ की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आने वाले वक्त में बुजुर्गों और युवाओं के स्वास्थ्य पर इसका गहरा असर होगा।
- सभी आयु वर्ग के लोगों पर असर, बुजुर्ग ज्यादा प्रभावित
हाई इनकम वाले देशों में उम्रदराज ज्यादा प्रभावित
डब्लयूएचओ की ओर से करवाए एक एक शोध के मुताबिक लोगों से जुड़ाव महसूस न करना और अपर्याप्त संख्या में सामाजिक संपर्क होना आज एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है। खासतौर से उच्च आमदनी वाले देशों में बुजुर्ग अकेलेपन से ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं, हालांकि इसका असर सभी आयु वर्ग के लोगों पर पड़ रहा है।
किशोरों में सामाजिक अलगाव आम
रिपोर्ट के अनुसार हर चार में से एक बुजुर्ग के अकेलेपन का शिकार होने के अलावा पांच से 15 प्रतिशत किशोरों में सामाजिक अलगाव आम है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ये आंकड़े कम हैं और स्थिति इससे कहीं ज्यादा घातक है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार सामाजिक अलगाव का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है।
30 प्रतिशत तक बढ़ सकता हृदय रोग का खतरा
अध्ययनों से सामने आया है कि सामाजिक जुड़ाव की कमी के कारण लोगों में धूम्रपान, अत्यधिक शराब का सेवन, आलस, मोटापा, वायु प्रदूषण और तनाव भी बढ़ा है। स्टडीज में यह भी पता चला है कि अकेलापन चिंता और अवसाद से जुड़ा है और इससे हृदय रोग का खतरा भी 30 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।
नए आयोग के गठन करने का ऐलान
संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य निकाय ने सोशल कनेक्शन बढ़ाने के लिए एक नए आयोग के गठन का ऐलान किया है जो सभी देशों में काम करेगा और लोगों का अकेलापन दूर करने की कोशिश करेगा। आयोग में अमेरिकी सर्जन जनरल डॉ. विवेक मूर्ति और अफ्रीकी संघ के युवा दूत, चिडो मपेम्बा, समेत 11 सदस्य होंगे. यह आयोग तीन साल तक सभी उम्र के लोगों के सामाजिक संपर्क बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाएगा और बड़े पैमाने पर सामाजिक संबंध बनाने के लिए समाधानों की रूपरेखा तैयार करेगा. इसके अलावा आयोग ये भी तय करेगा कि प्रमुख समुदायों और समाज की भलाई के लिए सामाजिक कनेक्शन कैसे काम करते हैं।
स्वास्थ्य और कल्याण पर गंभीर परिणाम : घेब्रेयेसस
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने बताया कि दुनिया भर में सामाजिक अलगाव और अकेलेपन की उच्च दर के स्वास्थ्य और कल्याण पर गंभीर परिणाम होंगे। पर्याप्त मजबूत सामाजिक संबंधों के बिना लोगों को अवसाद, स्ट्रोक, आत्महत्या, चिंता और मनोभ्रंश सहित कई खतरे हैं। उन्होंने कहा, डब्ल्यूएचओ आयोग वैश्वकि स्वास्थ्य प्राथमिकता के रूप में सामाजिक संबंध स्थापित करने और आशाजनक हस्तक्षेप साझा करने में मदद करेगा।
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