Aaj Samaj (आज समाज), WHO 2023 Report, न्यूयॉर्क: कई लोग शराब के एक या दो पैग लेने को शरीर के लिए सही मानते हैं लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट के अनुसार शराब का सेवन स्वास्थ्य के लिए खतरा है और यह कैंसर और लिवर फेलियर सहित कई गंभीर बीमारियां की वजह बन सकता है। हालांकि कई रिसर्च में भी शराब के कुछ फायदे बताए गए हैं, लेकिन इन पर काफी विवाद है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ शराब को सेहत के लिए बेहद खतरनाक मानते हैं।

रिपोर्ट में सामने आई हैं कई चौंकाने वाली बातें

डब्ल्यूएचओ द्वारा इसी साल शराब को लेकर जारी की गई एक रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई थीं। इसमें बताया गया था कि कितनी मात्रा में शराब पीना सुरक्षित माना जा सकता है और इसका सेवन शरीर पर किस तरह असर डालता है। फेस्टिव सीजन हो या न्यू ईयर सेलिब्रेशन, दुनिया भर में, खासकर युवाओं में आज के समय में शराब बीयर या अन्य एल्कोहल वाली ड्रिंक्स पीने का शौक काफी तेजी से बढ़ रहा है। हर अवसर पर यह ट्रेंड बन गया है।

कई लोग प्रतिदिन 1-2 पैग तो कई 3-4 पैग को भी नॉर्मल मानते हैं

कई लोगों को शराब की लत लग जाती है और वे रोज पीना शुरू कर देते हैं। शराब का ज्यादा सेवन कैंसर और लिवर फेलियर जैसे कई जानलेवा रोगों की वजह बन सकता है। बड़ा सवाल यह है कि रोज कितनी शराब पीना सुरक्षित है? कई लोग प्रतिदिन 1-2 पैग तो कई रोज 3-4 पैग को भी नॉर्मल मानते हैं, लेकिन अगर डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट पर गौर करें तो शराब या अन्य एल्कोहल वाली ड्रिंक्स की कम से कम मात्रा भी सेहत के लिए खतरनाक होती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि लोगों को बिल्कुल शराब नहीं पीनी चाहिए। शराब की एक बूंद भी सुरक्षित नहीं मानी जा सकती है। डब्ल्यूएचओ ने कई सालों के आकलन के बाद यह निष्कर्ष निकाला है।

एक पैग को भी सुरक्षित मानना गलतफहमी

विश्व स्वास्स्थ्य संगठन के अनुसार केवल शराब ही नहीं, बल्कि तंबाकू और रेडिएशन से भी कई तरह के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि वह शराब के तथाकथित सुरक्षित स्तर के बारे में बात नहीं कर सकता है। शराब या बीयर के एक पैग को भी सुरक्षित मानना लोगों की गलतफहमी है।

विवादों में रिसर्च, अब तक किसी स्टडी में शराब का फायदेमंद होना साबित नहीं हुआ

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक किसी स्टडी में यह साबित नहीं हो सका है कि शराब सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है। ऐसी रिसर्च विवादों से घिरी हैं। डब्ल्यूएचओ अनुसार शराब में एल्कोहल मिलाया जाता है, जो एक जहरीला पदार्थ होता है। यह शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचाता है। कई वर्ष पहले इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च आॅन कैंसर ने एल्कोहल को ग्रुप 1 कार्सिनोजेन में शामिल किया था। कार्सिनोजेन को कैंसर पैदा करने वाले ग्रुप में शुमार किया जाता है। इस खतरनाक ग्रुप में एस्बेस्टस, रेडिएशन और तंबाकू को भी शामिल किया गया है।

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