डीएपी खाद के लिए धक्के खा रहे किसान
Hisar News (आज समाज) हिसार: पूरे प्रदेश में डीएपी खाद न मिलने से किसान परेशान है। रात-रात भर किसान लाइनों में लगे रहते है फिर भी उन्हें डीएपी खाद नहीं मिल पात। जिस कारण किसानों को गेहूं की बुआई करने में देरी हो रही है। वहीं डीएपी खाद न मिलने से आहत किसान ने अपनी जान दे दी। मामला किसार के उकलाना का है। जहां एक किसान ने डीएपी खाद न मिलने से परेशान होकर जहरीला पदार्थ निगल लिया। किसान को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है। प्राप्त जानकारी अनुसार किसान रामभगत डीएपी डीएपी खाद लेने के लिए उकलाना की अनाज मंडी में आया हुआ था। लेकिन यहां पर डीएपी नहीं मिल पाई। जिस कारण वह परेशान हो गया। परिजनों ने बताया किसान कि रामभक्त डीएपी न मिलने से परेशान था।
कई दिनों से वह डीएपी लेने के लिए लगातार चक्कर काट रहा था। लेकिन खाद नहीं मिली। उन्होंने बताया कि काफी दिन पहले उसने खेत में गेंहू की बिजाई के लिए पानी लगाया था और अब उसे डीएपी खाद नहीं मिल रही थी। जिस कारण वह गेंहू की बिजाई नहीं कर पा रहा था। उन्होंने बताया कि किसान रामभक्त की उकलाना मंडी में आढ़त है। डीएपी न मिलने के कारण उसने परेशान होकर कीटनाशक दवाई पी ली। आसपास के लोगों को जब इसकी जानकारी मिली तो एम्बुलेंस बुलाई गई और उकलाना के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया। लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए बरवाला के सरकारी अस्पताल में भेज दिया गया। जहां पर किसान रामभगत को मृत घोषित कर दिया गया। इसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दी।
पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा शव
पुलिस ने मृतक किसान रामभक्त का हिसार के नागरिक अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया गया और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। जानकारी के अनुसार मृतक किसान राम भगत अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ खेत में अपना जीवन व्यतीत कर रहा था। वह लगभग 2 एकड़ की खेती करता है। राम भगत की चार बहनें हैं जो कि विवाहित हैं।