CCS Meeting, (आज समाज), नई दिल्ली: पश्चिम एशिया में लंबे समय से व्याप्त संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक अहम बैठक हुई और सूत्रों के अनुसार इस दौरान इस संकट के भारत पर संभावित असर को लेकर चर्चा की गई। ईरान के इजरायल पर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइल हमले के बाद बदलते हालात और मिडिल-ईस्ट में वर्तमान में बनी स्थिति पर भी बैठक में चर्चा हुई। भारत पहले ही पश्चिम एशिया के संकट पर चिंता जता चुका है। उसने कहा है कि यह गतिरोध व्यापक रूप नहीं लेना चाहिए।
सीसीएस ने गुरुवार को भी की थी बैठक
सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की इस बैठक में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के अलावा वरिष्ठ अधिकारी भी मीटिंग में मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार कैबिनेट बैठक से पहले गुरुवार को सीसीएस ने भी बैठक की थी।
कच्चे तेल की आपूर्ति प्रभावित होने व कीमतें बढ़ने की आशंका
गौरतलब है कि इजरायल और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है और दोनों देशों के बीच जंग के हालात बन गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप भारत में कच्चे तेल की आपूर्ति प्रभावित होने व इंटरनेशनल मार्केट में कीमतें बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। 3 अक्टूबर को कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि हो गई और इसके कारण इंडिया का इंपोर्ट बिल 9 से 10 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की आशंका बढ़ती जा रही है।
पहले ही घट चुका है द्विपक्षीय व्यापार घट चुका है
पश्चिम एशिया में लम्बे समय से अनिश्चितता बनी हुई है और इसके कारण भारत-ईरान व भारत और इजरायल के बीच पहले ही द्विपक्षीय व्यापार घट चुका है। इजरायल-ईरान के बीच जंग के ताजा माहौल से भारत के आर्थिक हितों पर इसका और भी असर गहराता जा रहा है। ऐसी में नई दिल्ली के ईरान और इजरायल के साथ आर्थिक संबंध कमजोर होने की भी आशंका है।
ईरान ने इजरायल पर किया था मिसाइल हमला
दरअसल, गाजा में पहले ही इजरायल व हमास के बीच एक साल से जंग जारी है। इस बीच इजरायल और लेबनान के संगठन हिजबुल्लाह के बीच तनाव शुरू हो गया है। इजरायल लगातार लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर बमबारी कर रहा है। इस संकट के बीच ईरान द्वारा इजरायल पर करीब 200 मिसाइलों से सीधे हमले ने इजरायल के गुस्से में आग में घी डालने का काम किया है।
हिजबुल्लाह प्रमुख नसरल्लाह को ढेर कर चुका इजरायल
ईरान के मिसाइल हमले में हालांकि एक भी इजरायली नागरिक की मौत नहीं हुई थी, लेकिन ईरान की इस हिमाकत से इजरायल बेहद आगबबूला है और वह उसे भी जवाब देगा। बता दें कि इजरायल हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह को ढेर कर चुका है। उसके वारिश सफीद्दीन के भी इजरायल के हमलों में मारे जाने की सूचना है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि होना बाकी है। ऐसे माहौल में पश्चिम एशिया में तनाव और गहराता जा रहा है और इसका वैश्विक अर्थव्यवस्था और व्यापार पर संकट बढ़ रहा है।
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