Weight lifting during pregnancy: गर्भावस्था एक बहुत ही खूबसूरत फेज होता है साथ ही इसमें काफी ज्यादा उतार चढ़ाव से गुजरना पड़ता है। एक गलती के कारण भारी नुकसान हो सकता है, एक एक कदम फूंक-फूंक कर चलना पड़ता है। वहीं अक्सर लोगों का सवाल होता है की क्या प्रेग्नेंसी में वजन उठाना सुरक्षित होता है? यह सवाल इसलिए भी बना हुआ है क्योंकि हाल ही में टीवी एक्ट्रेस दृष्टि धामी को हैवी डंबल उठाते हुए देखा गया है। एक्ट्रेस प्रेग्नेंट हैं तो ऐसे में यह देख कर लोग हैरान हैं।
यह विषय हमेशा से ही बहस का रहा है। कुछ लोग इसे सुरक्षित मानते हैं तो कुछ नुकसानदायक। गर्भावस्था के दौरान वजन उठाना सुरक्षित और फायदेमंद हो सकता है जब देखभाल और पेशेवर मार्गदर्शन के तहत किया जाए।
मिथ- वजन उठाने से शिशु को खतरा हो सकता है।
सच्चाई-
सही ढंग से वजन उठाने से बच्चे को नुकसान पहुंचाए बिना मातृ स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है। यह मांसपेशियों को मजबूत करता है,शरीर को प्रसव के लिए तैयार करता है, और प्रेग्नेंसी के बाद रिकवरी में सहायता करता है। वेट लिफ्टिंग के साथ ही मध्यम तीव्रता वाला व्यायाम आमतौर पर सुरक्षित होता है।
वेट लिफ्टिंग करने के फायदे
वेट लिफ्टिंग से मांसपेशियों की ताकत में सुधार होता है,जो गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त वजन और मुद्रा में बदलाव का समर्थन करने के लिए जरूरी है।
कोर और पेल्विक मांसपेशियों को मजबूती मिलती है जिससे प्रसव आसान हो सकता है।
वेट लिफ्टिंग एंडोर्फिन जारी करता है जो तनाव को कम करता है और मूड में सुधार करता है, जो गर्भावस्था से संबंधित भावनाओं के प्रबंधन के लिए जरूरी है।
प्रेग्नेंसी में कब ना करें वेटलिफ्टिंग
चक्कर और कमजोरी महसूस होने पर वेट न उठाएं।
सांस लेने में तकलीफ होने पर या सीने में दर्द होने पर
ब्लीडिंग या लीकेज
पेल्विस या एब्डोमेन में तेज दर्द