नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
डीसी श्याम लाल पुनिया ने आज प्रशासनिक भवन में लगाए अपने साप्ताहिक कैंप कार्यालय में आम नागरिकों की समस्याएं सुनी। इस मौके पर उन्होंने कुल 32 शिकायतों की सुनवाई की। उन्होंने एक-एक शिकायत को ध्यानपूर्वक सुनते हुए मामले निपटाए।
डीसी श्याम लाल पुनिया ने आज प्रशासनिक भवन में लगाए अपने साप्ताहिक कैंप कार्यालय में आम नागरिकों की समस्याएं सुनी। इस मौके पर उन्होंने कुल 32 शिकायतों की सुनवाई की। उन्होंने एक-एक शिकायत को ध्यानपूर्वक सुनते हुए मामले निपटाए।
समय से पूरा करें लोगों के काम: डीसी
डीसी ने सभी आवेदन संबंधित अधिकारियों को अग्रेषित करते हुए इन्हें तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों को अधिक से अधिक मिले। प्रत्येक मंगलवार को जिला अधिकारियों के महेंद्रगढ़ उपस्थित होने पर इस क्षेत्र के लोगों को नारनौल के चक्कर लगाने से निजात मिलेगी। शिकायतें सुनने उपरांत उपायुक्त ने सभी विभागों से संबंधित अधिकारियों को महेंद्रगढ के अपने-अपने कार्यालय में उपस्थ्ति रहने के निर्देश दिए।
कब्जे और बिजली की अधिकतर समस्याएं
आज उपायुक्त के समक्ष मुख्य रूप से बिजली व कब्जे से संबंधित समस्याएं रहीं। इन सभी शिकायतों को संबंधित अधिकारियों को भेजते हुए जल्द से समस्या को दूर करने के निर्देश दिए। इसके अलावा डीसी के सामने पानी, राशन, बीपीएल कार्ड, बुढापा पेंशन से संबंधित समस्याएं रखी गई। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आमजन की शिकायतों का निवारण प्राथमिकता के आधार पर करे जिससे आम जन सरकार द्वारा क्रियान्वित योजनाओं को व्यवहारिक जीवन में लाभ उठा सके।
वीडियो कांफ्रेंस रूप का निरीक्षण
डीसी ने लघु सचिवालय में बन रहे वीडियो कॉन्फ्रेंस रूम का निरीक्षण किया व उसके बारे में जानकारी। उन्होंने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंस रुम तैयार होने पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के लिए अधिकारियों को मुख्यालय नहीं जाना पड़ेगा। उपमंडल स्तर पर ही यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।
इस मौके पर एसडीएम दिनेश, एसएमओ मोनू यादव, सीडीपीओ सरला यादव, बीईओ अलका यादव, बीडीपीओ निशा तंवर,मत्स्य अधिकारी सोमदत्त, रेड क्रॉस सहायक सचिव पवन, खाद्य आपूर्ति विभाग से सुधा, अल्प बचत विभाग से विजेंद्र सिंह, सदर कानूनगो राजपाल, समाज कल्याण विभाग से सहायक सुनील गुप्ता, डीसी रीडर राजेंद्र सिंह व परिवाद लिपिक रामपाल सिंह के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।