आखिर क्यों नहीं तोड़ने चाहिए शाम के समय फूल और पत्तियां, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान!
हमारे बुजुर्गों और धार्मिक ग्रंथों में हमेशा यह सलाह दी जाती है कि शाम के समय पेड़-पौधों को न छूएं और न ही उनकी पत्तियां या फूल तोड़ें।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसके पीछे धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों कारण छिपे हैं? आइए जानते हैं कि आखिर ऐसा क्यों कहा जाता है।
पेड़-पौधे भी करते हैं विश्राम – हिंदू धर्म के अनुसार, सूरज ढलने के बाद पेड़-पौधे आराम करते हैं।
उनकी ऊर्जा संचित होती है, ताकि वे अगले दिन फिर से जीवंत हो सकें। किसी की नींद खराब करना अनुचित माना जाता है, इसलिए शाम के समय फूल और पत्तियां नहीं तोड़नी चाहिए।
भगवान को नहीं चढ़ते शाम को तोड़े गए फूल – माना जाता है कि शाम को फूलों की खुशबू और उनकी ताजगी समाप्त हो जाती है।
डाइऑक्साइड – वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो दिन में पेड़-पौधे ऑक्सीजन छोड़ते हैं, लेकिन रात में वे कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं।
फूलों की गुणवत्ता खराब हो जाती है – शाम होते ही फूलों की नमी और ताजगी कम हो जाती है, जिससे उनकी सुगंध भी खत्म होने लगती है।