भारत की ये जगहें जहां नहीं खेली जाती होली, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान!

होली को पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। रंगों का ये त्योहार चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। 

इस साल भारत में होली 14 मार्च को मनाई जा रही है। लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में कुछ ऐसे गांव और इलाके भी हैं जहां होली खेलने की परंपरा नहीं है?

इन जगहों पर होली न मनाने के पीछे की वजह जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के कुरझन और क्विवली जैसे गांवों में बीते 150 वर्षों से होली नहीं मनाई जाती है।  

इन गांवों की अधिष्ठात्री देवी त्रिपुर सुंदरी को शोर-शराबा पसंद नहीं है। लोगों का मानना है कि अगर इन गांवों में होली खेली गई तो देवी रुष्ट हो सकती हैं। 

गुजरात के बनासकांठा जिले के रामसर गांव में भी लोग होली खेलने से परहेज करते हैं।

 यहां के बुजुर्गों का मानना है कि इस गांव में होली खेलने से कोई अनहोनी हो सकती है। 

इन जगहों पर होली न मनाने की वजह कोई सामाजिक प्रतिबंध या कानून नहीं, बल्कि परंपरा और आस्था है।

जहां पूरे देश में होली के रंग बिखरते हैं, वहीं इन गांवों के लोग इस दिन को शांति के साथ बिताना ही उचित मानते हैं।