Today Weather Update, (आज समाज), नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में बारिश अब भी आफत बनी हुई और कई जगह अगले 2-3 दिन तक भारी बारिश व बाढ़ का अलर्ट जारी है। मौसम विभाग के अनुसार खास तौर पर देश के मध्य व पश्चिमी क्षेत्र में मूसलाधार बारिश और बाढ़ के कारण हालात बिगड़ गए हैं। वहीं, मौसम विभाग ने गुजरात के साथ ही गोवा, महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश में अगले 2-3 दिन भारी बारिश व अचानक बाढ़ की चेतावनी जारी की है। दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को रुक-रुक कर बारिश होती रही, जिससे मौसम सुहावना हो गया। कुछ जगहों पर सड़कों पर जलभराव से लोगों को दिक्कतें हुर्इं।
गुजरात व त्रिपुरा में बाढ़ जैसी स्थिति
गुजरात में दो दिनों से हो रही बारिश से अहमदाबाद समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। मोरबी में नदी के बाढ़ वाले रास्ते को पार करते हुए एक ट्रैक्टर ट्रॉली बह गई। इसमें सवार 10 लोगों को बचा लिया गया है, और 7 अभी लापता हैं। त्रिपुरा में भी बाढ़ से गंभीर हालात हैं। राज्य सरकार ने केंद्र से मदद की अपील की है। अगले दो दिन राज्य में भारी बारिश की संभावना है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। राज्य में 70,000 लोग 471 राहत शिविरों में रह रहे हैं।
नवसारी के खेरगाम तालुका में सर्वाधिक 356 एमएम वर्षा
गुजरात में बाढ़ व वर्षा जनित हादसों में 3 लोगों की मौत हुई है। नवसारी के खेरगाम तालुका में 24 घंटे में सर्वाधिक 356 एमएम वर्षा दर्ज की गई। जलस्तर बढ़ने से सरदार सरोवर बांध के 30 में से 23 गेट खोलने पड़े हैं। इससे बाढ़ के खतरे के मद्देनजर भरूच के निचले इलाकों से 280 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। राज्य में अब तक बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे 17,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। प्राइमरी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्र की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिया है।
जम्मू-कश्मीर : बादल फटा, महिला व 2 बच्चे बाढ़ में बहे
जम्मू-कश्मीर के रामबन में बादल फटने से नाले में अचानक आ गई जिसमें एक महिला और उसके दो बच्चे बह गए। हिमाचल में बारिश व भूस्खलन के चलते 41 सड़कें बंद हैं। 211 बिजली परियोजनाएं भी ठप पड़ी हैं। उत्तराखंड स्थित गौरीकुंड के रास्ते केदारनाथ पैदल मार्ग को 26 दिन बाद सोमवार को यातायात के लिए खोल दिया गया। भूस्खलन के चलते 31 जुलाई को 19 किमी लंबा मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था। इस कारण 11,000 श्रद्धालु रास्ते में फंस गए थे।