Weather Updates, (आज समाज), नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली समेत लगभग समूचे उत्तर भारत के साथ ही देश के अन्य कई हिस्सों में इस बार कड़ाके की सर्दी नहीं पड़ेगी। साथ ही शीतलहर वाले दिन भी अबकी कम होंगे। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने यह भविष्यवाणी की है।
दिसंबर के तीन दिन बीत जाने के बाद भी दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों गर्मी महसूस की जा रही है। हरियाणा-पंजाब में भी इन दिनों जितनी सर्दी पड़ती थी उतनी महसूस नहीं हो रही है। उधर जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर भारत के अन्य पहाड़ीं क्षेत्रों में भी अभी दिन में उतनी ठंड नहीं है। पहाड़ों में केवल सुबह-शाम मैदानों के बजाय वहां ज्यादा ठंड महसूस की जा रही है।
दक्षिण भारत में तूफान के कारण बारिश
जम्मू-कश्मीर में कुछ जगह बर्फबारी हुई है। वहीं उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और राजस्थान में कुछ स्थानों पर तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है। दक्षिण भारत के तमिलनाडु, केरल व कर्नाटक में चक्रवात फेंगल के प्रभाव से भारी बारिश का सिलसिला जारी है। पिछले सप्ताहांत से तमिलनाडु में तूफान के कारण बारिश व बाढ़ में 12 मौतों लोगों की मौत की रिपोर्टें हैं।
जनवरी-फरवरी तक तापमान भी रहेगा सामान्य
आईएमडी अधिकारियों के मुताबिक जनवरी से फरवरी तक देश के कई इलाकों में इस बार तापमान भी सामान्य रहेगा। दिल्ली, पंजाब-हरियाणा के अलावा हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, और उत्तराखंड के साथ ही मध्यप्रदेश, झारखंड, गुजरात छत्तीसगढ़ और बिहार में भी अगले 3 माह के दौरान शीतलहर के दिने 2 से 6 दिन इस दफा कम हो सकते हैं। आईएमडी के महानिदेशक एम. महापात्रा ने कहा कि हम दिसंबर से फरवरी तक अक्सर हम शीत लहर क्षेत्र में कोल्ड वेव के 5-6 दिन देखते हैं जिसमें मध्य, पूर्व, उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व भारत शामिल हैं। इस बार, औसत की तुलना में कोल्ड वेव के 2-4 दिन कम रहने की उम्मीद है।
गुलमर्ग और सोनमर्ग में हुई बर्फबारी
मौसम विभाग ने हालांकि इसी महीने पहाड़ी राज्यों में कोल्ड वेव यानी शीतलहर की संभावना जताई है। अधिकारियों ने कहा है कि इन्य राज्यों में कोल्ड वेव के आसार बहुत कम हैं। उत्तर पश्चिम और पूर्वोत्तर में इस बार बारिश भी कम होगी। उधर जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग और सोनमर्ग में सोमवार रात को हिमपात हुआ है और इससे कहा जा रहा है कि दिल्ली में प्रदूषण कम हुआ है।
दिल्ली में 5 दिसंबर से बढ़ सकती है ठंड
आईएमडी के अनुसार हिमालय पर बर्फ से ढका क्षेत्र इस साल फरवरी की तुलना में 32 प्रतिशत तक कम हो गया है। मानसून में भी अबकी 108 फीसदी बारिश हुई थी। 2023 में बर्फ से ढका क्षेत्र (Snow cover area) 40 प्रतिशत था। साथ ही मानसूनी बारिश 94 प्रतिशत हुई थी, जिसकी वजह से कड़ाके की ठंड पड़ी थी। दिल्ली में तापमान में हल्की गिरावट आने से 5 दिसंबर से ठंड बढ़ सकती है।
ये भी पढ़ें : Maharashtra New CM: महायुति के नेताओं ने लिया शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों का जायजा