Weather: मनाली व कुपवाड़ा में हिमस्खलन, शिमला में न्यूनतम तापमान ने तोड़ा रिकॉर्ड

0
297
Weather India Report Feb.18
मनाली व कुपवाड़ा में हिमस्खलन, शिमला में न्यूनतम तापमान ने तोड़ा रिकॉर्ड

आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली, (Weather India Report Feb.18): दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में एक ओर सुबह-शाम हल्की ठंड के बावूजद जहां तापमान लगातार बढ़ रहा है वहीं पहाड़ी राज्य जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में अब भी खतरा मौसम लोगों के दुश्वारियां पैदा कर रहा है। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में हिमस्खलन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई है।

  • उत्तर भारत के मैदानों में लगातार बढ़ रहा तापमान
  • शिमला में 2015 में था सबसे अधिक न्यूनतम तापमान

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में न्यूनतम तापमान ने पिछले आठ साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इसी के साथ प्रदेश में मनाली-लेह नेशनल हाईवे-3 पर शनिवार सुबह स्नो गैलरी के समीप फिर हिमस्खलन हुआ जिसके कारण कई घंटों तक वाहनों की आवाजाही बंद रही।  प्रशासन ने केवल फोर बाई फोर वाहनों को ही आवागमन की अनुमति दी है। साढ़े ग्यारह बजे मार्ग पर यातायात बहाल किया जा सका। वहीं लाहौल-स्पीति की मयाड़ घाटी में भी हिमस्खलन हुआ है। यहां बर्फ हटाने में जुटी मशीनरी के समीप ही हिमस्खलन हुआ। हालांकि, मशीनरी और चालक को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है।

आठ जिलों में बारिश और बर्फबारी का पूवार्नुमान

शुक्रवार को भी मनाली-लेह नेशनल हाईवे-3 पर अटल टनल रोहतांग से कुछ किलोमीटर पीछे स्नो गैलरी में हिमस्खलन हुआ था। हिमाचल के सभी क्षेत्रों में 19 से 21 फरवरी तक मध्य और उच्च पर्वतीय आठ जिलों में बारिश और बर्फबारी का पूवार्नुमान है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव आने की संभावना है। शिमला में 2015 के बाद फरवरी में सबसे अधिक न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ है। 18 फरवरी को राजधानी यहां का तापमान 14.4 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले 23 फरवरी 2015 को फरवरी में सबसे अधिक न्यूनतम तापमान 14.2 डिग्री रहा था।

हिमस्खलन में युवक की मौत, पत्नी बाल-बाल बची

उत्तरी कश्मीर के सीमांत जिले कुपवाड़ा के मच्छिल सेक्टर में रिंगबाला निवासी 26 वर्षीय एजाज अहमद तांत्रे अपनी पत्नी के साथ शुक्रवार दोपहर कुलबुग से घर जा रहा था। इस बीच हिमस्खलन होने से वह इसमें दब गया जबकि उनकी पत्नी बाल-बाल बच गई। सूचना के बाद सेना के गश्ती दल ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया। सेना ने आॅपरेशन में एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) और तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू टीम और प्रशिक्षित कुत्ते को भी इसमें शामिल किया। चार घंटे तक चले अभियान के बाद एजाज को बरामद किय गया। उसे तत्काल प्राथमिक उपचार दिया गया लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुका था।

ये भी पढ़ें : Madhya Pradesh News: कूनो नेशनल पार्क पहुंचे नामीबिया के 12 चीते, अब संख्या 20

Connect With Us: Twitter Facebook