Weather 7 April 2023 Update: दिल्ली व एनसीआर के अलावा उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में गर्मी सताने लगी है और फिलहाल इससे राहत के आसार नहीं हैं। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार अगले 5 दिन तक दिल्ली-एनसीआर में बारिश की उम्मीद बहुत कम है। अधिकारियों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के लौट जाने की वजह से आने वाले दिनों में तापमान में 3 से 5 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
- 9 और 11 अप्रैल को बारिश के अलावा हवा चलने की संभावना
कुछ दिन में 34 डिग्री हो सकता है दिल्ली का अधिकतम तापमान
अगले कुछ दिन में दिल्ली का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और गुरुग्राम का 36 डिग्री सेल्सियल तक पहुंच जाने की संभावना है। इसके अलावा राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी यूपी में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से कम बने रहने की उम्मीद है। आईएमडी ने 9 और 11 अप्रैल को हल्की बारिश का अनुमान जताया है लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि इससे तापमान में कुछ खास बदलाव नहीं होगा। 9 और 11 अप्रैल को बारिश के अलावा 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना जताई गई है। इसकी वजह से तापमान में हल्की गिरावट जरूर होगी लेकिन फिर यह बढ़ने लगेगा।
जम्मू-कश्मीर में मौसम 10 तक साफ, श्रीनगर में सुहावना
मौसम साफ रहने के कारण केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के मैदानी भागों से सटे इलाकों जम्मू आदि में गर्मी बढ़ने लगी है। वहीं श्रीनगर व प्रदेश के अन्य पर्वतीय क्षेत्रों में फिलहाल मौसम सुहावना बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार 10 अप्रैल तक प्रदेश में मौसम साफ रहेगा। जम्मू में दिन का तापमान तीस डिग्री के करीब पहुंच गया है। केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने इस बीच कहा है कि देश के कुछ हिस्सों में खराब मौसम से फसल को नुकसान के बावजूद सरकार को गेहूं की रिकॉर्ड पैदावार होने की उम्मीद है। हालांकि, इसकी वजह से फसल की गुणवत्ता जरुर प्रभावित होगी। सरकार के मुताबिक 2022-23 फसल वर्ष (जुलाई-जून) में 11.21 करोड़ टन का रिकॉर्ड गेहूं उत्पादन होगा।
इन जगहों पर बना है पश्चिमी विक्षोभ व चक्रवाती हवाएं
स्काईमट वेदर का कहना है पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और अफगानिस्तान पर बना हुआ है। वहीं एक ट्रफ रेखा छत्तीसगढ़ के मध्य भागों से विदर्भ तेलंगाना और रायसलीमा होते हुए तमिलनाडु तक फैली है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर बांग्लादेश पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम राजस्थान और उससे सटे पाकिस्तान पर बना। इन गतिविधियों के प्रभाव से मौसम के एक बार फिर करवट लेने के आसार हैं।