नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला। सभी पार्टियां बहुमत के आंकड़े 46 सीट से दूर हैं। अब ऐसे में हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता दुष्यंत चौटाला ने प्रेस कांफ्रेंस की और मीडिया के सामने कहा कि अभी तक उनकी किसी पार्टी से मुलाकात नहीं हुई है। जेजेपी के प्रमुख दुष्यंत चौटाला ने बताया कि उन्हें आज विधायक दल का नेता चुना गया है। सरकार बनाने में योगदान की बात पर उन्होंने कहा कि वह समान विचारधारा वालों के साथ को चुनेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी वोटिंग प्रतिशत युवाओं की ज्यादा है। अभी कांग्रेस या भाजपा के साथ जाने का निर्णय नहीं हुआ है। अगर हमारी हिस्सेदारी सरकार में बनती है तो हम हरियाणा के युवा के लिए काम करना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि जो हमें सम्मान देगा उसी के साथ जाएंगे। अगर सरकार बनाते है तो साझेदारी में बनेगी। हम कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत समर्थन देंगे। हमारे कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के साथ जिसकी सहमति होगी उसी पार्टी के साथ जाएंगे। कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत हम चाहते हैं कि हरियाणा की सभी नौकरियों में हरियाणवी को 75 प्रतिशत आरक्षण मिले और ओल्ड एज पेंशन हो। उन्होंने कहा कि अभी तक मेरी किसी नेता से मुलाकात नहीं हुई है। हरियाणा में अपने पहले चुनाव में 10 सीटों और 15% वोट शेयर के साथ जेजेपी ने मजबूत उपस्थिति दर्ज की है। तिहाड़ जेल में अपने पिता से मुलाकात के बाद दुष्यंत चौटाला ने मीडिया से बात की। बीजेपी-कांग्रेस को समर्थन देने पर उन्होंने खुले तौर पर कुछ नहीं कहा, लेकिन संकेत दे दिए कि उनके दरवाजे सबके लिए खुले हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश नें किन विषयों पर आगे के कदम उठाए जाएं इस पर कार्यकारिणी चर्चा चल रही है। जेजेपी के अजेंडे को जो दल सपॉर्ट करेगा हम उसके साथ जाएंगे। प्रदेश के अंदर 75% हरियाणवी रोजगार अधिकार, वृद्धावस्था पेंशन इन विषयों पर जो भी पॉलिटिकल दल सहमत होगा जनननायक जनता पार्टी पूरी तरह से मिलकर सरकार बनाने का प्रयास करेगी।’