नई दिल्ली। देश की सर्वोच्च अदालत ने आज अयोध्या की रामजन्मभूमि विवाद पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया। बता दें कि मुस्लिम पक्ष इस फैसले के सम्मान में थे लेकिन वह खुश नहीं थे। मुस्लिम पक्षकार के वकील जिलानी ने सुबह फैसले के बाद कहा था कि रिव्यूपिटीशन फाइल किया जा सकता है। लेकिन बाद में यूपी सुन्नी वक्फ बोर्ड अध्यक्ष जफर फारुखी ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उन्होंने कहा है कि रिव्यू नहीं करेंगे और हमने पहले ही तय किया था कि कोर्ट का फैसला हमें मान्य होगा। अब हम अपनी बात पर कायम रहेंगे। उन्होंने कहा कि पांच एकड़ जमीन की मांग हमने नहीं रखी थी और हम कोर्ट के फैसले का आदर करते हैं। उन्होंने कहा कि हम बोर्ड की बैठक बुलाने जा रहे हैं। ओवैसी ने खैरात ना लेने वाले बयान पर उन्होंने कहा कि वो बोर्ड का पार्ट नहीं है ये उनका अपना बयान है। फारुखी ने कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड का दावा खारिज नहीं हुआ है। जो मैंने अभी तक मालूम किया है निमोर्ही अखाड़े का दावा खारिज हुआ है। बोर्ड से बात करके फैसला लेंगे जमीन अयोध्या में या बाहर ली जाएगी।