Haryana Khap Mahapanchayat: जीतने के लिए होना होगा एकजुट: बजरंग पूनिया

0
182
Haryana Khap Mahapanchayat: जीतने के लिए होना होगा एकजुट: बजरंग पूनिया
Haryana Khap Mahapanchayat: जीतने के लिए होना होगा एकजुट: बजरंग पूनिया

कहा- सरकार का काम आंदोलन में फूट डालना व तोड़ना
Hisar News (आज समाज) हिसार: खनौरी बार्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन को लेकर हिसार के गांव बास की अनाज मंडी में आज खाप महापंचायत चल रही है। खाप महापंचायत चल का मुख्य उद्देश्य किसान संगठनों व यूनियनों को एक मंच पर लाना है। इसी उद्देश्य के साथ आज पंचायत जारी है। इस महापंचायत में 102 खापों के प्रतिनिधि, संयुक्त किसान मोर्चा के नेता समेत विभिन्न किसान संगठनों के नेता पहुंचे हैं। किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवण सिंह पंधेर और पहलवान बजरंग पूनिया भी मौजूद हैं। महापंचायत को सबसे पहले दहिया खाप के प्रधान जयपाल दहिया ने कहा ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 102 खापों ने 11 सदस्यीय कमेटी बनाई थी।

ये कमेटी किसानों और खापों के लिए फैसला लेगी। खाप पहापंचायत को इसके बाद पंजाब के किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने संबोधित किया। खाप पंचायत को संबोधित करते हुए बजरंग पूनिया ने कहा कि सरकार का काम आपस में फूट डालने और आंदोलन को तोड़ने का है। घर में भाई-भाई में भी मनमुटाव हो जाता है। जितने भी किसान संगठनों में मनमुटाव चल रहा है, वे बैठकर बात करें। अगर आंदोलन जीतना है तो हमें इकट्ठा होना पड़ेगा।

हरियाणा में बन रहा आंदोलन का माहौल

सरवण सिंह ने कहा कि हमने आंदोलन शुरू किया। पंजाब में आंदोलन का माहौल बन गया। हरियाणा में भी 2 दिन ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। अब यहां भी माहौल बन रहा है। हरियाणा की खापें खेती को बचाने के लिए प्रयास कर रही हैं। दिल्ली किसान आंदोलन के बाद कुछ किसान संगठनों ने चुनाव लड़े। इस पर सवाल उठे। ये उनका अधिकार है। किसानों ने दिल्ली आंदोलन को खत्म नहीं किया था, सिर्फ स्थगित किया था। मांगें नहीं मानी गई तो दोबारा शुरू किया जाएगा। 2022 भी निकल गया और 2024 भी निकल गया।

पंजाब में कई आंदोलन हुए। किसी को सफलता मिली, किसी को नहीं। हमने सभी किसान संगठनों से आह्वान किया कि अगर संयुक्त किसान मोर्चा आंदोलन शुरू करेगा तो हम साथ देंगे। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि हमने किसान आंदोलन शुरू करने से पहले 14 बार मीटिंग की। किसान संगठनों को साथ लाने का प्रयास किया, लेकिन कोई साथ नहीं आया।

ये भी पढ़ें : हरियाणा में जल्द नए सिरे से होगा सीईटी, 10 गुना ज्यादा शॉर्ट लिस्ट कैंडिडेट बुलाए जाएंगे