नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून पर शिवसेना ने विपक्ष के साथ नहीं होने की बात की थी। विपक्ष ने कांग्रेस के नेतृत्व में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की थी। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सोनिया गांधी ने किया था। प्रतिनिधिमंडल से अलग रहने वाली उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवेसना ने अपनी सफाई दी है। शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि भले ही शिवसेना का महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन हुआ है, मगर दिल्ली में अब भी इसकी अपनी पहचान है। शिवसेना नेता और मुखपत्र सामना के एडिटर संजय राउत ने रेखांकित किया कि शिवसेना कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन का हिस्सा नहीं है। उन्होंने कहा कि हम यूपीए के साथ नहीं है। हम एनडीए से बाहर जरूर हैं, मगर यूपीए के साथ नहीं। संसद में हमारी अपनी पहचान है।