नई दिल्ली। भारतीय सेना आज अपना सेना दिवस मना रही है। इस मौके पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया जाना एक एतिहासिक कदम था। इस कदम की वजह से ‘पश्चिमी पड़ोसी देश द्वारा छेड़े गये छद्म युद्ध पर असर पड़ा है।’ आगे उन्होंने यह भी कहा कि इससे जम्मू-कश्मीर मुख्यधारा से जुड़ सकेगा। करियप्पा परेड मैदान में 72वें सेना दिवस के अवसर पर सेनाप्रमुख ने स्पष्ट कहा कि सशस्त्र बल आतंकवाद को ‘कतई बर्दाश्त’ नहीं करते। साथ ही सेना प्रमुख ने कहा कि हमारी सेना हर चुनौती का सामना करने को तैयार है। हम किसी भी तरह आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को छोड़ नहीं सकते उन्हें माकूल जवाब दिया जाएगा और इसके लिए हमारे पास कई विकल्प हैं और हम उनका इस्तेमाल करने में हिचकिचाएंगे भी नहीं।’ सेना दिवस पर आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा कि हमारे देशवासियों के दिलों और दिमाग में भारतीय सेना के लिए विशेष स्थान है। सेना में जाति, धर्म और क्षेत्र के ऊपर कभी भेदभाव नहीं किया जाता। मुझे भरोसा है कि आप नाम, नमक और निशान के सिद्धांत का पालन करते हुए देश के विश्वास पर खरा उतरेंगे। उन्होंने आगे कहा कि सेना दिवस के अवसर पर हम सभी अपने आपको देश को समर्पित करते हैं। सेना दिवस के अवसर पर सेना कमान मुख्यालय के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में सैन्य परेड और शक्ति प्रदर्शन के अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर पहली बार एक महिला अधिकारी कैप्टन तानिया शेरगिल ने पुरुषों की सभी टुकड़यिों का नेतृत्व किया।