नई दिल्ली। चीन और भारत के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प मेंबीस भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद चीन की ओर से कहा गया है कि उसनेभारत के सैनिकों को नहीं पकड़ा। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी मेंभारत चीन के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस बीच चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि चीन ने किसी भी भारतीय कर्मी को नहीं पकड़ा। भारत में चीनी सामानों के बहिष्कार और नई दिल्ली में डंपिंग रोधी जांच शुरू करने किए जाने की संभावना को लेकर पूछे गए एक सवाल के झाओ ने कहा कि चीन अपने द्विपक्षीय संबंधों को महत्व देता है। आशा है कि भारत द्विपक्षीय संबंधों को दीर्घकालिक बनाए रखने के लिए चीन के साथ काम करेगा। झाओ ने कहा कि मैं गलवान घाटी में गंभीर स्थिति के बारे में इस बात को दोहराना पसंद करता हूं कि सही और गलत बहुत स्पष्ट है। खबर आ रही थी कि चीन की ओर से दस भारतीय सैनिकों को रि हा किया गया है। जिसमें दो अधिकारी भी शामिल हैं। जिसके बाद चीन की ओर से विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन ने किसी भारतीय कर्मी को नहींपकड़ा है। बताया जा रहा है कि मेजर जनरल स्तर की बातचीत के बाद सैनिक रिहा किए गए हैं। हालांकि, सैनिकों की रिहाई पर सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा था कि हिंसक घटना के बाद कोई भी भारतीय सैनिक लापता नहीं है। गलवान घाटी मेंसोमवार की रात को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुईथी जिसमें भारत केबीस सैनिक शहीद हो गए। जिसके बाद मंगलवार से ही लगातार दोनों देशों के बीच मेजर जनरल स्तर की तीन राउंड की बातचीत हुई जिसमें चीन ने भारत के सैनिकों को वापस भेजा।