राजा रघुवीर सिंह ने अपनी रानी के नाम से बनवाया था तालाब
कुलदीप सिंह, जींद:
Water Reached Rani Talab: शहर के मध्य स्थित ऐतिहासिक रानी तालाब में एक साल के लंबे अर्से के बाद नहरी पानी पहुंचा है। तालाब में पानी पहुंचाए जाने को लेकर श्रद्धालु पिछले काफी समय से इंतजार कर रहे थे। एक वर्ष पहले जब तालाब में पानी था तो यहां फव्वारे चलते थे।(Water Reached Rani Talab)जिससे रात के समय भव्य नजारा देखने को मिलता था। इसके साथ ही यहां आने वाले लोगों के लिए बोटिंग की भी सुविधा थी।
धीरे-धीरे पानी सूखता चला गया और फव्वारे व बोटिंग भी बंद हो गई। ऐसे में श्रद्धालुओं ने इस ऐतिहासिक धरोहर की देखभाल के लिए डीसी से गुहार लगाई थी। डीसी डा. मनोज कुमार ने अधिकारियों की टीम के साथ रानी तालाब के चारों तरफ का दौरा किया था। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि वो तालाब में पानी पहुंचाने व साफ-सफाई का प्रबंध करें। जिस पर अधिकारियों ने संज्ञान लिया ओर शुक्रवार को चैनल को दुरूस्त कर तालाब तक नहरी पानी पहुंचाया। आगामी एक सप्ताह में तालाब में चार से पांच फुट तक पानी हो जाएगा।
खुदाई के दौरान टूट गया था चैनल
अमृत योजना के तहत शहर में बरसाती पानी निकासी के लिए नगर परिषद ठेकेदार द्वारा जेडी-7 मिनी बाईपास पर पाइप लाइन दबाने काम किया गया था। इस दौरान मिनी बाईपास के बीचोंबीच गुजर रहा वाटर चैनल और गोहाना रोड के नीचे बनी पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसके चलते इस चैनल के माध्यम से रानी तालाब में आने वाला पानी रूक गया था। धीरे-धीरे यहां पानी सूखता चला गया। श्रद्धालुओं ने इसे लेकर डीसी से शिकायत भी की थी। जिस पर डीसी ने नगर परिषद अधिकारियों को इसे ठीक कराने के आदेश दिए थे। जिसके चलते अंडरग्राउंड खुदाई कर पाइप लाइन दबाई गई और उसके बाद शुक्रवार को रानी तालाब में पानी पहुंच गया।
जींद के राजा रघुवीर सिंह ने अपनी रानी के नाम से बनवाया था तालाब
जींद के राजा रघुवीर सिंह ने अपनी रानी के नाम पर इस तालाब का निर्माण बनवाया था। राजा रघुवीर सिंह की रानी के नाम से ही इस तालाब को रानी तालाब के नाम से जाना जाता है। इसमें तालाब के चारों तरफ पगडंडी बनाई गई है। वहीं तालाब के अंदर भूतेश्वर मंदिर बना हुआ है। राानी तालाब अमृतसर गुरूद्वारे की याद दिलाता है। तालाब में पानी भरने के बाद रात को जब यहां लगी लाइटें जगमगाएंगी तो यह एक अद्भुत नजारा होगा।
रानी तालाब के रखरखाव को लेकर अधिकारियों की जवाबदेही हो : सुनील
अन्ना टीम के सदस्य सुनील वशिष्ठ ने कहा कि रानी तालाब शहर का सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र है। इसके सौंदर्यीकरण के लिए करोड़ों रुपये की राशि खर्च हो चुकी है। एक साल पहले लबालब तालाब में फव्वारे भी लगाए गए थे जो शहर के लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते थे। बाकायदा तालाब में बोट भी चलती थी। कोरोना संक्रमण काल के चलते धीरे-धीरे तालाब में अव्यवस्थाएं फैलती गई। लाइटें गायब होती चली गई और पानी धीरे-धीरे सूखता चला गया। रानी तालाब पूरी तरह से प्रशासनिक उपेक्षा की भेंट चढ़ गया है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि वो रानी तालाब के रखरखाव को लेकर अधिकारियों की जवाबदेही तय करें।
आगामी एक सप्ताह में तालाब में होगा चार से पांच फुट तक पानी : सतीश गर्ग
नगर परिषद कार्यकारी अभियंता सतीश गर्ग ने बताया कि गोहाना रोड के नीचे क्रॉसिंग कर पाइप डलवा कर वाटर चैनल में पानी छुड़वा दिया गया है। आगामी एक सप्ताह में चार से पांच फिट तक पानी स्तर बढ़ जाएगा। जैसे ही तालाब में पानी भर जाएगा तो लोग यहां बोटिंग भी कर सकेंगे।