मनोज वर्मा, कैथल:
जल शक्ति अभियान के तहत विभिन्न विभागों द्वारा अलग-अलग क्रियाकलाप करके जल संचय का कार्य किया जा रहा है। कृषि एवं कल्याण विभाग द्वारा विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। इन सब कार्यों की फीडबैक लेते हुए उपायुक्त प्रदीप दहिया ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उपायुक्त प्रदीप दहिया ने बताया कि जिला में जल शक्ति अभियान के तहत जो भी लक्ष्य दिया गया है, उसे शत प्रतिशत पूरा किया जाएगा। कृषि विभाग द्वारा आईईसी एक्टीविटी के तहत 3 रेडियो टॉक विषय विशेषज्ञों द्वारा दिए जा चुके हैं।
माईक्रो इरिगेशन तथा फसल विविधिकरण के लिए 18 अवेयरनेस कैम्प आयोजित किए जा चुके है। इसके साथ-साथ ग्रामीण स्तर पर भी 692 कार्यक्रमों के माध्यम से आम जन को जागरूक किया जा चुका है। मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत 6 हजार 440 एकड़ एरिया पंजीकृत किया जा चुका है। उन्होंने निर्देश दिए कि इसी प्रकार अन्य कार्य करते रहें ताकि जल संरक्षण की दिशा में जिला दूसरे क्षेत्रों के लिए ही मिसाल बनें।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. कर्मचंद ने उपायुक्त को जानकारी देते हुए बताया कि विभाग द्वारा 70 सोक पिट यानी सोखता गड्ढे बनाए जा चुके हैं, जल्द ही 30 और सोक पिट बनाए जाएंगे। इसी प्रकार 18 बोलवैल रिचार्ज स्ट्रक्चर निर्मित किए जा चुके हैं। विभाग के पास इससे पहले भी 23 रेनवाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर हैं, जिन्हें दुरुस्त किया जा चुका है और 26 भूजल को मापने के ट्यूब्स भी कार्यरत हैं। इस मौके पर एसडीएओ सतीश नारा के अलावा अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।