नई दिल्ली। क्रिकेट के मैदान में आपने कई बल्लेबाज का बैट टूटते हुए देखा होगा लेकिन बल्ला टूटने के बाद बल्ले की हत्थी के सहारे रन लेने वाली ये घटना शायद ही देखी हो। अनुभवी फर्स्ट क्लास बल्लेबाज वसीम जाफर के साथ ऐसा ही हुआ। हालांकि इससे पहले उन्होंने कई बार अपना बल्ला भी बदला था। विदर्भ के लिए खेलने वाले जाफर के साथ ये घटना दिल्ली के साथ खेले मैच में हुई। जाफर 37वें में ओवर में खेल रहे थे और गेंदबाज के गेंद फेंकने के बाद जब जाफर ने शॉट मारा तो बैट की हत्थी उनके हाथ में हर गई और बैट टूट कर पिच के पास ही गिर गया। हालांकि इसके बाद भी वह रुके नहीं और रन पूरा किया।
जाफर 150 रणजी मैच खेलने वाले पहले क्रिकेटर हैं। उन्हें बल्लेबाजी में एक दशक से ज्यादा का अनुभव है। इस 41 वर्षीय बल्लेबाज ने रणजी में सर्वाधिक 11,775 रन और 40 शतक ठोके हैं। वर्ष 2014-15 तक उन्होंने मुंबई की टीम को भी सेवा प्रदान की है, जिसके बाद वह विदर्भ में चले गए। विदर्भ ने 2017-18 और 2017-19 रणजी खिताब भी जीता है। इसके अलावा वह आईपीएल 2020 के लिए किंग्स इलेवन पंजाब के बल्लेबाजी कोच भी हैं।