नई दिल्ली। यूपी उत्तर प्रदेश के आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला विकास दुबे वैसे तो एनकाउंटर में मारा गया लेकिन अपने पीछे कई सवाल छोड़ गया। कई राज उसी के साथ दफन हो गए। कहा जा रहा है कि अगर विकास दुबे अपना मुंह खोलता तो कईबड़े सफेदपोश और प्रशासन के लोगों के नाम सामने आते। कई ऐसे राज थे जो अनसुलझे ही रह गए। सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि क्या विकास दुबे का मरना तय था। उसका एनकाउंटर तय था क्योंकि जिस प्रकार से विकास दुबे ने अपने आपको मीडिया के सामने चिल्ला-चिल्लाकर अपनी पहचान जाहिर की थी, उससे तो यह लगता है कि उसे अपने एनकाउंटर का अंदेशा पहले से ही था। जिस तरह से विकास की धर पकड़ के लिए एसटीएफ और पांच राज्यों की पुलिस लगी थी साथ ही उसके करीबियों के एनकाउंट किए जा रहे थे। इससे विकास दुबे के एनकाउंटर की भी संभावना बलवती हो रही थी। जिसका अंदेशा शायद विकास दुबे को भी हो चला था। इस संदर्भ में कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी कई सवाल सरकार से किए। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से सवाल किया कि ऐसे कौन से राज उसके पास थे जो सत्ता और शासन के गठजोड़ को जाहिर करते? उन्होंने विकास दुबे के पिछले दस दिनों की कॉल डिटेल पुलिस द्वारा जारी नहीं कर ने पर भी सवाल किए। वहीं प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट किया कि अपराधी तो मारा गया लेकिन अपराध और उसे संरक्षण देने वालों का क्या? उन्होंने इशारे में विकास दुबे और सत्ता में उसकी पहुंच के बारे में सवाल उठाए।
#VikasDubey एंकाउंटर में मारा गया।
कई लोगों ने पहले ही ये आशंका जताई थी।
पर अनेकों सवाल छूट गए-
1. अगर उसे भागना ही था, तो उज्जैन में सरेंडर ही क्यों किया?
2. उस अपराधी के पास क्या राज थे जो सत्ता-शासन से गठजोड़ को उजागर करते?
3. पिछले 10 दिनों की कॉल डिटेल्ज़ जारी क्यों नहीं? pic.twitter.com/B87UqYiqPf— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 10, 2020